ज्यादा रोना सही या गलत? जानें सच

By Aditya Bharat
12 May 2025, 12:00 IST

भावनाएं जाहिर करना जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा रोना मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। आइए जनरल फिजीशियन डॉ. अतुल जैन से जानते हैं इसके नुकसान।

थकान और कमजोरी

लगातार रोने से शरीर थकने लगता है। एनर्जी खत्म होती है और व्यक्ति कमजोरी महसूस करता है। यह दिनभर के कामों में भी बाधा डालता है।

अकेलापन और डिप्रेशन

ज्यादा रोने की आदत से व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता है। यह धीरे-धीरे डिप्रेशन को जन्म दे सकती है।

खराब मूड और चिड़चिड़ापन

बार-बार रोने से मूड दिनभर खराब रहता है। छोटी-छोटी बातों में गुस्सा आता है और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।

आंखों में सूखापन

लंबे समय तक रोने से आंखों की नमी खत्म होती है। इससे जलन, खुजली और रूखापन जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

कमजोर इम्यून सिस्टम

ज्यादा रोने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इससे आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं।

सिरदर्द और स्ट्रेस

लगातार एक ही बात पर रोने से ब्रेन पर दबाव पड़ता है। इससे सिरदर्द, माइग्रेन और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

उपाय: योग और मेडिटेशन

प्राणायाम और मेडिटेशन ब्रेन को शांत करते हैं। रोजाना योग करने से मानसिक स्थिति में सुधार होता है और संतुलन बना रहता है।

अगर रोने की आदत कंट्रोल में नहीं है तो डॉक्टर या काउंसलर से बात करें। दोस्तों से दिल की बात शेयर करना भी मदद करता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com