आजकल की जीवनशैली में स्मोकिंग बहुत बढ़ गई है, खासकर युवा वर्ग में। क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग सिर्फ फेफड़ों या दिल के लिए नहीं, बल्कि आपकी हड्डियों और जोड़ों के लिए भी बेहद खतरनाक है? आइए डॉ समीर से जानते हैं स्मोकिंग करने से और क्या नुकसान होते हैं।
स्मोकिंग से क्या होता है?
स्मोकिंग से शरीर में कई जहरीले तत्व प्रवेश करते हैं, जो अंदर की केमिकल रिएक्शन को प्रभावित करते हैं। इसके कारण, हड्डियों और जोड़ों पर बुरा असर पड़ता है, और गठिया जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
गठिया क्या है?
गठिया एक ऐसी बीमारी है, जिससे जोड़ों में सूजन, दर्द और कठोरता हो सकती है। यह हड्डियों और जोड़ों के कामकाज को प्रभावित करता है।
स्मोकिंग से हड्डियों पर असर
सिगरेट के धुएं में निकोटीन और कार्बन मोनो-ऑक्साइड जैसे खतरनाक केमिकल होते हैं, जो शरीर के अंदर केमिकल रिएक्शन को बदल देते हैं। इससे हड्डियों की मजबूती कम हो सकती है और गठिया जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
नर्वस सिस्टम पर प्रभाव
स्मोकिंग से नर्वस सिस्टम भी प्रभावित होता है। यह जोड़ों के आसपास के टिशू को नुकसान पहुंचाता है, जिससे दर्द और सूजन बढ़ सकती है, जो आगे चलकर गठिया का कारण बन सकती है।
टिशू को पहुंचने वाला नुकसान
स्मोकिंग से जोड़ों के टिशू कमजोर हो जाते हैं। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है, जो लंबे समय से स्मोकिंग करते आ रहे होते हैं। इन टिशू का नुकसान गठिया के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।
समोकिंग छोड़ने के फायदे
अगर आप स्मोकिंग छोड़ देते हैं, तो आपके शरीर पर पॉजिटिव एफेक्ट दिखने लगता है। इससे हड्डियों और जोड़ों की सेहत में सुधार हो सकता है और गठिया के जोखिम को कम किया जा सकता है।
रूमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा
जो लोग लंबे समय से स्मोकिंग करते हैं, उन्हें रूमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा ज्यादा रहता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें जोड़ों में लगातार सूजन और दर्द होता है।
अगर आपको स्मोकिंग छोड़ने में समस्या हो रही है, तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। एक्सपर्ट के मार्गदर्शन से आप स्मोकिंग छोड़ने के आसान तरीके सीख सकते हैं और अपनी सेहत को बचा सकते हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com