हर साल देश में लोगों को हीट वेव का सामना करना पड़ता है जिससे बचने के लिए लोग कई तरीके भी आजमाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि हीट वेव से हार्ट अटैक भी आ सकता है। आइए सीनियर फिजीशियन डॉ समीर से जानें इसके पीछे की सच्चाई।
हार्ट अटैक क्यों बढ़ते हैं?
गर्मी में शरीर का तापमान बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इससे हार्ट और ब्रेन पर दबाव बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है।
डिहाइड्रेशन है जिम्मेदार
डॉ. समीर के अनुसार, गर्मी में शरीर में पानी की कमी से हार्ट की समस्या ट्रिगर हो सकती है। डिहाइड्रेशन ब्लड थिकनेस बढ़ाता है, जिससे हार्ट पर तनाव आता है।
जोखिम किन्हें ज्यादा?
जो लोग पहले से हार्ट डिजीज से ग्रस्त हैं, बुजुर्ग, हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों को गर्मी में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
खूब पानी पिएं
शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। ओआरएस या नींबू पानी का सेवन भी लाभकारी हो सकता है।
धूप से बचाव जरूरी
धूप में बाहर निकलने से बचें। टोपी, छाता, चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करें। सुबह या शाम को ही बाहर निकलें, जब तापमान कम हो।
ठंडा और हल्का आहार
गर्मी में तेल-मसाले वाले भोजन से बचें। तरबूज, खीरा, लौकी, दही जैसे ठंडे और हल्के आहार को डाइट में शामिल करें। शरीर को ठंडा रखें।
व्यायाम में बदलाव करें
गर्मी में हैवी वर्कआउट से बचें। एक्सरसाइज का समय बदलें, सुबह जल्दी या शाम को करें। योग या हल्की स्ट्रेचिंग भी लाभदायक हो सकती है।
गर्मी में अपनी दिनचर्या में बदलाव लाएं। पर्याप्त आराम करें, ढीले और सूती कपड़े पहनें। लापरवाही आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com