आंखों की देखभाल हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। आजकल कई लोग आंखों की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। आयुर्वेद में आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कई उपाय हैं, जो उन्हें आराम और ताजगी देते हैं। तो आइए डॉक्टर रेजी रीज से जानते हैं आंखों को स्वस्थ रखने के 5 तरीकों के बारे में।
नेत्र तरपण
नेत्र तरपण एक पुराना आयुर्वेदिक उपचार है, जिसमें आंखों पर औषधीय घी या तेल डाला जाता है। इस उपचार से आंखों को बहुत आराम मिलता है और उनकी सेहत बेहतर होती है।
प्रक्रिया क्या है?
इस उपचार में सबसे पहले आंखों के चारों ओर आटे से एक घेरा बनाया जाता है। फिर इस घेरे में घी डाला जाता है और कुछ समय तक इसे आंखों पर रखा जाता है। इस दौरान आंखों को आराम दिया जाता है, और फिर घी को हटा कर आंखों को गर्म पानी से धो लिया जाता है।
नेत्र तरपण के फायदे
इस उपचार से आंखों को पोषण मिलता है और उनकी कमजोरी दूर होती है। लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने से जो थकावट होती है, वह भी कम होती है। इसके अलावा आंखों का सूखापन, जलन और इन्फेक्शन भी ठीक हो जाता है।
अंजन चिकित्सा
अंजन चिकित्सा में हर्बल पेस्ट या पाउडर का उपयोग किया जाता है। यह पेस्ट आंखों के निचले हिस्से पर लगाया जाता है, जिससे आंखों की सफाई होती है और उन्हें ताजगी मिलती है।
अंजन के फायदे
इस उपचार से आंखों से गंदगी और हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं। यह आंखों को ठंडक प्रदान करता है और दृष्टि में सुधार करता है।
अशोत्तान
अशोत्तान उपचार में औषधीय बूंदें आंखों में डाली जाती हैं, जो आंखों को हाइड्रेट करती हैं और सूखापन दूर करती हैं। यह उपाय आंखों को साफ और ताजगी देता है।
आंखों की धुलाई
आंखों की सफाई के लिए त्रिफला का उपयोग किया जाता है। यह आंखों को ठंडक पहुंचाता है और गंदगी को बाहर निकालता है। आंखों को धोने से उनकी सेहत में सुधार होता है।
आंखों के व्यायाम
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ व्यायाम किए जाते हैं। इनमें आंखों को अलग-अलग दिशा में घुमाना और त्राटक ध्यान करना शामिल है। यह व्यायाम आंखों की ताकत बढ़ाते हैं और तनाव कम करते हैं।
आंखों की देखभाल के लिए आयुर्वेदिक उपचारों का पालन करने से आपकी आंखें स्वस्थ रहती हैं। इन उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com