मच्छर भगाने वाले धुएं के 5 नुकसान

By Himadri Singh Hada
22 Apr 2025, 10:00 IST

मच्छर भगाने वाले कॉइल और धुएं का उपयोग आम है। लेकिन, इनमें मौजूद केमिकल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

मच्छर भगाने वाले कॉइल और धुएं के नुकसान

मच्छर भगाने वाले धुएं में मौजूद केमिकल सांस के जरिए शरीर में जाते हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत, गले में जलन और सीने में भारीपन जैसी परेशानियां हो सकती हैं। खासतौर, पर बच्चों और बुज़ुर्गों को।

फेफड़ों पर प्रभाव

लगातार इस धुएं के संपर्क में रहने से फेफड़ों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इससे अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

गंभीर बीमारियों का खतरा

कॉइल या अगरबत्ती जैसे मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट जलते समय घर में कार्बन मोनोऑक्साइड और फॉर्मल्डिहाइड जैसी जहरीली गैसें छोड़ते हैं, जो कैंसर जैसी बीमारियों की वजह भी बन सकती हैं।

जहरीली हवा से शरीर को नुकसान

जब घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखकर मच्छर भगाने वाला धुआं जलाया जाता है, तो उससे कमरे का हवा का प्रवाह रुक जाता है। यह जहरीली हवा शरीर में और गहराई से घुस जाती है।

सिरदर्द और चक्कर आना

मच्छर भगाने वाले धुएं से निकलने वाली बदबू कुछ लोगों में सिरदर्द, चक्कर और उल्टी जैसा असर करती है, जो खासकर उन लोगों को होता है जो पहले से किसी एलर्जी या माइग्रेन से ग्रसित होते हैं।

बच्चों के लिए कॉइल के नुकसान

छोटे बच्चों के लिए यह धुआं बेहद खतरनाक हो सकता है। बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। उनके शरीर पर इसका असर जल्दी और गहरा होता है, जिससे उन्हें सर्दी-खांसी भी हो सकती है।

आंखों में जलन

धुएं से आंखों में जलन, पानी आना और आंखों का लाल हो जाना आम लक्षण हैं, जिससे आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ सकता है।

पालतू जानवरों की सेहत पर प्रभाव

पालतू जानवरों पर भी इस धुएं का असर होता है। उनके फेफड़ों और त्वचा पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे वो सुस्त और बीमार रहने लगते हैं।

मच्छर भगाने के लिए प्राकृतिक उपाय जैसे- नीम के पत्ते, कपूर या लेमनग्रास का इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित होता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com