इमोशनली हर्ट हैं? मेंटल हेल्थ बचाने के लिए करें ये काम

By Aditya Bharat
07 May 2025, 21:00 IST

जब किसी अपने से रिश्ता टूटता है या गहरा सदमा लगता है, तो इंसान भावनात्मक रूप से टूटने लगता है। यह मानसिक स्थिति को कमजोर बना सकता है। आइए साइकोलॉजिस्ट नीलम मिश्रा से जानें ऐसी हालत में मेंटल हेल्थ को कैसे बाएं?

क्यों बिगड़ता है भावनाओं पर कंट्रोल?

भावनात्मक चोट के कारण इंसान चिड़चिड़ा, तनावग्रस्त और गुस्सैल हो जाता है। उसे खुद की भावनाओं पर नियंत्रण रखना मुश्किल लगने लगता है।

अपनी बात हर किसी से न कहें

हर इंसान आपके भरोसे के लायक नहीं होता। परेशान होने पर केवल उसी से बात करें जिस पर पूरा भरोसा हो, वरना स्थिति और बिगड़ सकती है।

अपनी भावनाएं डायरी में लिखें

अगर किसी से बात नहीं कर पा रहे हैं, तो अपनी बात डायरी में लिखें। यह मन का बोझ हल्का करता है और सोच को स्पष्ट करता है।

खुद के लिए समय जरूर निकालें

शांत जगह पर बैठें, सोचें कि आप क्या महसूस कर रहे हैं। खुद से जुड़ना और अपनी स्थिति को समझना ही भावनात्मक नियंत्रण की शुरुआत है।

अपनों का साथ लें

अपने करीबी और समझदार लोगों के साथ वक्त बिताएं। भावनात्मक सहारा मिलना आपको फिर से मानसिक रूप से मजबूत बना सकता है।

मेडिटेशन करें

रोजाना 10–15 मिनट का मेडिटेशन तनाव को कम करता है, सोच को शांत करता है और इमोशन्स पर नियंत्रण पाने में मदद करता है।

छोटी बातों पर न टूटें

इमोशनल हर्ट के बाद छोटी-छोटी बातें भी बड़ी लगने लगती हैं। इनसे डरने के बजाय उन्हें समझदारी से हैंडल करने की कोशिश करें।

अगर स्थिति हाथ से निकल रही हो, तो मनोवैज्ञानिक या थेरेपिस्ट से संपर्क करें। प्रोफेशनल गाइडेंस से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com