सोशल मीडिया की लत कैसे छुड़ाएं? आजमाएं ये टिप्स

By Aditya Bharat
07 Mar 2025, 15:00 IST

आज की डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। यह हमें दुनिया से जोड़ता है, लेकिन इसकी लत हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आप भी बिना वजह घंटों सोशल मीडिया पर समय बिताते हैं, तो यह आपके लिए चिंता का विषय हो सकता है। आइए डॉ. अक्षत चढ्ढा से इस लत से छुटकारा पाने की तरीका जानते हैं।

सोशल मीडिया की लत के संकेत

अगर आपको बार-बार फोन चेक करने की आदत है, हर पोस्ट पर लाइक-कमेंट देखना जरूरी लगता है, या बिना किसी काम के भी आप स्क्रॉल करते रहते हैं, तो यह सोशल मीडिया की लत के लक्षण हो सकते हैं। यह लत धीरे-धीरे आपकी प्रोडक्टिविटी और मानसिक शांति को प्रभावित कर सकती है।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर

सोशल मीडिया की लत लोगों में तनाव, बेचैनी और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ा सकती है। दूसरों की परफेक्ट लाइफ देखकर जलन या खुद को कमतर महसूस करना आम हो गया है। इससे आत्मविश्वास की कमी हो सकती है और लोग अपने असली जीवन से असंतुष्ट महसूस करने लगते हैं।

शारीरिक सेहत पर प्रभाव

सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताने से शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं। इससे मोटापा, आंखों की थकान और नींद की समस्या जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। लंबे समय तक स्क्रीन देखने से सिरदर्द और ध्यान केंद्रित करने में भी परेशानी हो सकती है।

नोटिफिकेशन बंद करना है फायदेमंद

अगर आपको बार-बार फोन देखने की आदत है, तो इसका एक बड़ा कारण नोटिफिकेशन हो सकते हैं। हर छोटी अपडेट का अलर्ट आपको बार-बार सोशल मीडिया पर ले जाता है। इसे रोकने के लिए सबसे पहले नोटिफिकेशन बंद करें, ताकि आपका ध्यान कम भटके।

सोशल मीडिया का समय तय करें

सोशल मीडिया का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करना मुश्किल है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। एक तय समय पर ही सोशल मीडिया इस्तेमाल करें, जैसे दिन में सिर्फ दो बार या कुछ समय के लिए। इससे आपका समय भी बचेगा और लत भी कम होगी।

बेवजह फोन उठाने की आदत को पहचानें

कई बार हम बिना किसी कारण के भी फोन उठा लेते हैं और सोशल मीडिया पर चले जाते हैं। अगर आप समझ जाएं कि किस वजह से आप बार-बार फोन देख रहे हैं, तो इस आदत को सुधारना आसान होगा। खुद को व्यस्त रखने के लिए किताबें पढ़ें, म्यूजिक सुनें या कोई नई हॉबी अपनाएं।

सोते समय फोन से दूरी बनाएं

रात को सोने से पहले सोशल मीडिया स्क्रॉल करना एक आम आदत बन गई है, लेकिन यह नींद को प्रभावित कर सकती है। मोबाइल की रोशनी आंखों और दिमाग के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए सोते समय फोन को खुद से दूर रखें और एक अच्छी नींद लें।

सोशल मीडिया जरूरी है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल सही नहीं। असली दुनिया में लोगों से मिलें, नेचर के साथ समय बिताएं और जिंदगी के असली पलों को एन्जॉय करें। डिजिटल दुनिया और असली दुनिया के बीच बैलेंस बनाकर चलना ही बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का राज है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com