30 की उम्र के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन धीरे-धीरे कम होने लगता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसके कारण थकान, मांसपेशियों की कमी, और यौन इच्छा में गिरावट आ सकती है। ऐसे में आइए PubMed की स्टडी से जानते हैं टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के तरीकों के बारे में।
शरीर को एक्टिव रखना जरूरी है
नियमित व्यायाम, खासकर वेट लिफ्टिंग और हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग, टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद करता है। एक्टिव रहने से शरीर फैट नहीं बढ़ाता और हार्मोन संतुलित रहते हैं।
नींद की कमी
अगर नींद पूरी नहीं होती, तो टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम हो जाता है। हर रात कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है ताकि शरीर खुद को रिपेयर कर सके।
खानपान का बड़ा रोल
प्राकृतिक और संतुलित भोजन लें। अंडे, बादाम, पालक, दही और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में सहायक होती हैं। जंक फूड और शुगर से दूरी बनाएं।
मोटापा टेस्टोस्टेरोन का दुश्मन
ज्यादा पेट की चर्बी टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजन में बदल सकती है। वजन कंट्रोल रखने से शरीर का हार्मोन लेवल ठीक रहता है और पुरुषत्व बना रहता है।
तनाव से हार्मोन बिगड़ते हैं
लगातार तनाव में रहने से कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन घटता है। मेडिटेशन, योग और गहरी सांस लेना तनाव को कम करता है और हार्मोन संतुलन में मदद करता है।
विटामिन D और जिंक की भूमिका
विटामिन D धूप से और जिंक मूंगफली, कद्दू के बीज या अंडे से मिलता है। ये दोनों टेस्टोस्टेरोन को नेचुरली बढ़ाने में मदद करते हैं। अगर डाइट से पूरी न हो, तो डॉक्टर से पूछकर सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
अल्कोहल और स्मोकिंग से दूरी बनाएं
स्मोकिंग और ज्यादा अल्कोहल पीना टेस्टोस्टेरोन को तेजी से घटाता है। इनकी लत से शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन पैदा होता है जो मर्दाना ताकत को प्रभावित कर सकता है।
अगर लाइफस्टाइल सुधारने के बाद भी बदलाव न दिखे, तो डॉक्टर से हार्मोन टेस्ट करवाना चाहिए। टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (TRT) जैसे उपाय डॉक्टर की निगरानी में ही लिए जाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com