हाथ-पैरों में झनझनाहट होना एक आम समस्या है, जिसमें सुन्नपन, सुई जैसी चुभन या चीटियों के चलने जैसा एहसास होता है।
एक्सपर्ट की राय
इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक से भी बात की है।
एक्सरसाइज करें
नियमित व्यायाम करने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और शरीर की कोशिकाएं एक्टिव रहती हैं। स्ट्रेचिंग, एरोबिक्स, या हल्की कसरत से झनझनाहट कम होती है।
हल्दी का दूध पिएं
हल्दी का दूध पीने से शरीर में सूजन कम होती है। इसमें मौजूद करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण देता है। यह ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और सुन्न जगहों पर ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है।
नमक से स्नान करें
सेंधा नमक स्नान मांसपेशियों की थकान और नसों की सूजन को कम करता है। नहाने के पानी में सेंधा नमक मिलाकर स्नान करने से झनझनाहट में राहत मिलती है।
लेवेंडर तेल से मालिश करें
लेवेंडर तेल मालिश से रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जैसी समस्या में राहत मिलती है। यह तेल मांसपेशियों को आराम देता है और नसों को शांत करता है।
बादाम का तेल
बादाम का तेल झनझनाहट को कम करने के लिए फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। नारियल या लेवेंडर तेल मिलाकर मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।
दालचीनी का तेल
दालचीनी का तेल ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में मदद करता है और ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है, जिससे झनझनाहट कम होती है।
हेल्दी डाइट
संतुलित आहार जिसमें विटामिन-B1, B6, B12, B3 और विटामिन E शामिल हो, झनझनाहट की समस्या को कम करता है। अंडा, चावल, साबुत अनाज, नट्स और संतरा खाएं।
झनझनाहट ज्यादा महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com