बहुत से लोग गोंद और गोंद कतीरे को एक ही समझते हैं। लेकिन, इनकी तासीर, पोषक तत्व और उपयोग करने का तरीका भी बिल्कुल अलग होता है।
एक्सपर्ट की राय
आइए, माधवबाग के सीईओ और आयुर्वेदिक डॉक्टर रोहित साने से गोंद और गोंद कतीरा में अंतर और इसके सेवन के तरीके के बारे में जानते हैं।
गोंद और गोंद कतीरा
गोंद मुख्य रूप से सर्दियों में इस्तेमाल होता है। इसकी तासीर गर्म होती है, वहीं गोंद कतीरा गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए खाया जाता है। इसकी तासीर शीतल मानी जाती है।
गोंद और गोंद कतीरा में अंतर
गोंद का इस्तेमाल अक्सर लड्डू, पंजीरी या अन्य मिठाइयों में किया जाता है, जबकि गोंद कतीरा को पानी या दूध में भिगोकर ड्रिंक की तरह सेवन किया जाता है जिससे शरीर को ठंडक मिले।
गोंद का इस्तेमाल
डिलीवरी के बाद महिलाओं को गोंद से बने लड्डू खिलाए जाते हैं, जिससे इम्यूनिटी बढ़ती है, दूध बनने में मदद मिलती है और पेट की समस्याएं नहीं होती हैं। ये आयुर्वेद में बहुत फायदेमंद होता है।
गोंद कतीरा का इस्तेमाल
गोंद कतीरा पाचन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यह कब्ज, गैस और पेट दर्द की समस्या में राहत देता है। इसमें फाइबर मौजूद होता है, जो मल त्याग को आसान बनाता है।
गोंद कतीरा के फायदे
गोंद कतीरा शरीर में कोलेजन को बढ़ाता है, जिससे स्किन ग्लो करती है और बाल मजबूत होते हैं। इसमें प्रोटीन और फोलिक एसिड भी होता है, जो शरीर की ताकत बढ़ाते हैं।
गोंद और गोंद कतीरा कैसे बनता है?
गोंद बबूल जैसे पेड़ से निकलने वाला रेजिन होता है, जो पेड़ के कटने पर बहकर सूखता है और कठोर रूप में मिल जाता है, जबकि गोंद कतीरा ऐस्ट्रैगलस नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है।
प्राकृतिक चीजें
दोनों ही चीजें प्राकृतिक हैं। गोंद गर्म असर वाली है। इसलिए, इसे घी और ड्राई फ्रूट्स के साथ खाया जाता है, जबकि गोंद कतीरा को ठंडक देने वाली चीजों में शामिल किया जाता है।
गोंद कोतलकर क्रिस्पी बनाते हैं और मिठाइयों में मिलाया जाता है, जबकि गोंद कतीरा को पानी में फूलाकर ही खाया जाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com