आयुर्वेद में तिल के तेल को नाभि पर लगाना फायदेमंद माना जाता है। यह शरीर को अंदर से पोषण देता है और कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
तिल का तेल
तिल का तेल गर्म तासीर वाला होता है, जो सर्दी-जुकाम और जोड़ों के दर्द में राहत देता है। इसे नाभि पर लगाने से शरीर की कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
जोड़ों में दर्द से राहत
अगर आपको जोड़ों में दर्द की समस्या है, तो नाभि पर तिल का तेल लगाने से आराम मिलेगा। यह दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही, सूजन से भी राहत दिलाता है।
वात दोष के लिए जरूरी
आयुर्वेद में तिल के तेल को वात दोष को शांत करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसे नाभि में लगाने से वात दोष में भी कमी आती है।
इन्फेक्शन से बचाव
नाभि पर तिल का तेल लगाने से शरीर में इन्फेक्शन का खतरा भी कम होता है। यह नाभि की सफाई में मदद करता है, जिससे बैक्टीरिया दूर रहते हैं।
सर्दी-जुकाम से राहत
रोज रात को नाभि पर तिल का तेल लगाने से सर्दी-जुकाम की समस्या भी दूर होती है। यह खांसी और जुकाम के इलाज में मददगार होता है।
मानसिक शांति
तिल का तेल नाभि में लगाने से शरीर की तंत्रिकाओं पर भी अच्छा असर पड़ता है। यह मानसिक शांति और शरीर के संतुलन को बढ़ाता है।
इस्तेमाल का तरीका
नाभि पर तिल का तेल लगाने के लिए, रात को 3-4 बूंद नाभि पर तेल डालें और हल्के हाथों से मसाज करें। मसाज करने से आपको ज्यादा फायदा मिलेगा।
पाचन में सुधार
तिल का तेल न केवल शरीर को गर्म रखने में मदद करता है, बल्कि पाचन और इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाता है। सर्दियों में इसका नियमित उपयोग फायदेमंद होता है।
इसे सिर्फ घरेलू उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, गंभीर समस्याओं के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com