वर्कआउट के दौरान दिखें ये 6 संकेत, तो आ सकता है कार्डियक अरेस्ट

By Aditya Bharat
09 Dec 2024, 16:00 IST

आजकल की जीवनशैली के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं, जिनमें से एक प्रमुख समस्या हार्ट से जुड़ी बीमारियां हैं। वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले भी बढ़े हैं। ऐसे में आइए जानते हैं डॉ. उद्गीथ धीर से, वो कौन से संकेत हैं जिनसे पता चलता है कि आपको कार्डियक अरेस्ट आ सकता है।

कार्डियक अरेस्ट क्या है?

कार्डियक अरेस्ट में दिल अचानक काम करना बंद कर देता है। यदि इलाज तुरंत न किया जाए तो यह जीवन के लिए खतरे की स्थिति बन सकती है। इस स्थिति में तात्कालिक इलाज बेहद जरूरी होता है।

हार्ट बीट का बढ़ना

वर्कआउट के दौरान अगर आपकी हार्ट बीट तेज हो जाए और आपको सीने में दर्द या बेचैनी महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं। जब हार्ट बीट सामान्य हो जाए, तब ही हल्की एक्सरसाइज करें।

ज्यादा थकान महसूस होना

अगर वर्कआउट के दौरान ज्यादा थकान महसूस हो तो यह भी हार्ट से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का असर इसका कारण हो सकता है।

सांस लेने में तकलीफ होना

कभी-कभी वर्कआउट करते समय सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यह लक्षण कार्डियक अरेस्ट का संकेत हो सकता है।

सीने में दर्द का अनुभव

अगर आपको बार-बार सीने में दर्द या दबाव महसूस हो, खासकर वर्कआउट के दौरान, तो इसे हल्के में न लें। यह कार्डियक अरेस्ट का शुरुआती लक्षण हो सकता है।

चक्कर आने की समस्या

वर्कआउट करते समय अगर आपको चक्कर आ रहे हैं, तो एक्सरसाइज करना बंद कर दें। चक्कर आने की स्थिति में चोट लगने का खतरा हो सकता है, साथ ही यह दिल की समस्या का संकेत भी हो सकता है।

असामान्य हार्ट बीट

कार्डियक अरेस्ट से पहले दिल की धड़कन सामान्य से कहीं ज्यादा बढ़ सकती है, 300-400 तक। इससे दिल पर दबाव पड़ता है और वह काम करना बंद कर सकता है।

कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में अगर व्यक्ति की जान बचानी हो, तो सबसे पहले उसे सीपीआर देना चाहिए। इसके अलावा, हाथ-पैर के तलवों को रगड़ने से भी मदद मिल सकती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com