सुबह साढ़े छह बजे का वक्त दिल के मरीजों के लिए खतरनाक होता है, क्योंकि हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स का खतरा इसी समय सबसे ज्यादा होता है। आइए कार्डियोवास्कुलर सर्जन निरंजन हिरेमथ से जानते हैं इसके पीछे की वजह और इससे बचने के उपाय।
ज्यादातर हार्ट अटैक सुबह में क्यों आते हैं?
हमारे शरीर में हर दिन एक बायोलॉजिकल घड़ी काम करती है, जिसे सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm) कहा जाता है। यह घड़ी हमारे शरीर के विभिन्न कार्यों को कंट्रोल करती है, जैसे कि नींद, हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और हार्मोन लेवल।
हार्मोनल बदलाव
सुबह के समय शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ये हार्मोन शरीर को एक्टिव करने के लिए होते हैं, लेकिन इनकी अधिकता ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
रक्त का गाढ़ा होना
सुबह के समय, खासतौर पर नींद से उठने के बाद, शरीर में रक्त अधिक गाढ़ा होता है। इससे रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है, जो दिल के रक्त वाहिकाओं को बंद कर सकते हैं और हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं।
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
सुबह के समय जब हम उठते हैं, तो शरीर को ज्यादा ऊर्जा और खून की जरूरत होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। यदि ब्लड प्रेशर पहले से हाई है तो यह हार्ट अटैक के खतरे को और बढ़ा सकता है।
नींद और हार्ट सेहत का संबंध
खराब नींद या नींद में रुकावट भी दिल की सेहत पर असर डाल सकती है। अगर कोई व्यक्ति नींद की कमी से परेशान है या अच्छी नींद नहीं ले पा रहा है, तो उसे सुबह के समय दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है।
खराब जीवनशैली
जो लोग सुबह उठते ही ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते और हेल्दी डाइट नहीं लेते, उन्हें हार्ट अटैक का जोखिम ज्यादा होता है।
बचने के उपाय
हार्ट अटैक से बचने के उपायों की बात करें तो डॉक्टर निरंजन हिरेमथ के अनुसार, रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें, फल, हरी सब्जियां और संतुलित आहार लें, मानसिक तनाव को कम करें, अच्छी नींद लें और नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच करवाएं।
इस प्रकार सुबह के समय हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन सही लाइफस्टाइल और स्वस्थ आदतों से इसे कम किया जा सकता है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com