डबल कार्डियक अरेस्ट एक दुर्लभ और जानलेवा स्थिति है। इसमें व्यक्ति के दिल की धड़कन दो बार अचानक बंद हो जाती है, जिससे इमरजेंसी की स्थिति बन जाती है। आइए कार्डिएक सर्जन व सीनियर कंसल्टेंट डॉ देबासिस दास से जानें इसके कारण और बचाव।
दिल की विद्युत तरंगें
दिल विद्युत तरंगों से धड़कता है। जब ये तरंगें बाधित होती हैं, तो पंपिंग रुक जाती है। इससे हार्ट अरेस्ट हो सकता है और जान को खतरा बढ़ जाता है।
हृदय संबंधी कारण
कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हार्ट फेलियर, जन्मजात दोष और हार्ट रिदम में गड़बड़ी, डबल कार्डियक अरेस्ट के प्रमुख हृदय संबंधी कारणों में शामिल हैं।
दवाओं का ओवरडोज
कुछ दवाएं दिल की विद्युत प्रणाली को प्रभावित करती हैं। ओवरडोज से हार्ट बीट रुक सकती है या सांस की कमी से हार्ट अरेस्ट हो सकता है।
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
पोटेशियम, कैल्शियम, सोडियम और मैग्नीशियम की कमी या अधिकता से हार्ट की लय बिगड़ सकती है, जिससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
बाहरी चोट और ठंड
छाती पर गंभीर चोट (जैसे कमोटियो कॉर्डिस) और अत्यधिक ठंड से हाइपोथर्मिया, हार्ट फंक्शन को बंद कर सकते हैं और अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है।
बीएलएस और सीपीआर सीखें
बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) और सीपीआर की जानकारी इमरजेंसी में जान बचा सकती है। AED मशीन का उपयोग भी सीखना बेहद जरूरी है।
लाइफस्टाइल में सुधार करें
नियमित एक्सरसाइज करें, संतुलित आहार लें, तनाव को कम करें और नींद पूरी करें। यह सभी आदतें हार्ट को मजबूत बनाती हैं।
स्मोकिंग और अत्यधिक अल्कोहल हार्ट की मांसपेशियों को कमजोर करती है। इनसे दूरी बना कर आप डबल कार्डियक अरेस्ट से बच सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com