दिल की बीमारी दुनिया भर में मौत का प्रमुख कारण है, जो उच्च रक्तचाप, मोटापा, डायबिटीज और अस्वस्थ जीवनशैली जैसी समस्याओं से होती है। ऐसे में आइए एशियन अस्पताल के एसोसिएट डायरेक्टर और कार्डियोलॉजी प्रमुख डॉ. एलके झा से जानते हैं दिल की बीमारियों से कैसे बचें।
पारिवारिक इतिहास का असर
अगर आपके परिवार में किसी को दिल की बीमारी है, तो आपको भी बीमारी होने का खतरा है, हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको भी वही बीमारी होगी।
दिल की बीमारी का जोखिम
नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ के अनुसार, अगर आपके परिवार में किसी को दिल की बीमारी है, तो आपको 50% जोखिम होता है। यह आपके जीवन जीने जीने के तरीके पर निर्भर करता ह, इसलिए स्वस्थ जीवनशैली जिएं।
जीवनशैली में बदलाव लाएं
संतुलित आहार, व्यायाम, और तंबाकू से बचने से दिल की सेहत को बेहतर किया जा सकता है, चाहे पारिवारिक इतिहास हो या न हो। दिल की बीमारी का पारिवारिक इतिहास हो या न हो, संतुलित आहार, व्यायाम, और तंबाकू से दूर रहने से दिल की बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
आहार में सुधार करें
दिल की बीमारियों को दूर रखने के लिए अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें। इनका सेवन करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहते हैं।
व्यायाम करें और स्वस्थ रहें
रोजाना व्यायाम करने से दिल मजबूत होता है और इसी के साथ रक्त संचार भी बेहतर होता है। व्यायाम करने से दिल के दौरे का खतरा भी कम होता है। आप रोजाना सुबह खाली पेट व्यायाम कर सकते हैं।
तनाव और अल्कोहल से बचें
ज्यादा तनाव दिल के दौरे का कारण बन सकता है। शराब का सेवन भी दिल की सेहत को प्रभावित करता है। तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें और इसी के साथ अल्कोहल का सेवन भी कम कर दें।
जेनेटिक टेस्टिंग
जेनेटिक टेस्टिंग से आप अपने दिल की सेहत से जुड़े आनुवांशिक जोखिमों का पता लगा सकते हैं। यह टेस्ट दिल की बीमारियों की पहचान करने में मदद करते हैं।
नियमित चेकअप से रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारी का जोखिम कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com