हार्ट ब्लॉकेज पता लगाने के लिए कराएं ये टेस्ट

By Aditya Bharat
22 Mar 2025, 09:00 IST

आजकल हमारी लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से हार्ट से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हाई बीपी, डायबिटीज और तनाव जैसी समस्याएं हार्ट को कमजोर बना सकती हैं। समय रहते इनका पता लगाना जरूरी है ताकि गंभीर बीमारी से बचा जा सके। ऐसे में आइए डॉ देबासिस दास से जानते हैं कब कौन सा टेस्ट कराना चाहिए।

कब कराना चाहिए हार्ट की जांच?

अगर आपको हल्के काम करने पर ही बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है, सांस लेने में तकलीफ होती है, दिल तेजी से धड़कता है, चक्कर आते हैं या उल्टी जैसा महसूस होता है, तो ये हार्ट रोग के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।

ईसीजी (ECG) टेस्ट कराएं

इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिग्नल को रिकॉर्ड करता है। इससे यह पता चलता है कि दिल की धड़कन सामान्य है या नहीं। यह टेस्ट पूरी तरह से दर्द रहित होता है और हार्ट की बेसिक जांच के लिए सबसे जरूरी माना जाता है।

इकोकार्डियोग्राम (ECHO) टेस्ट

इकोकार्डियोग्राम में साउंड वेव्स की मदद से हार्ट की बनावट और उसके फंक्शन की जांच की जाती है। इससे हार्ट वाल्व की स्थिति, ब्लड फ्लो और सिकुड़ने या लीक होने जैसी समस्याओं का पता चलता है।

स्ट्रेस टेस्ट कराएं

स्ट्रेस टेस्ट में एक्सरसाइज या ट्रेडमिल पर चलते हुए हार्ट की गतिविधि को मॉनिटर किया जाता है। इससे यह समझने में मदद मिलती है कि शारीरिक श्रम करने पर दिल किस तरह से काम करता है और कोई दिक्कत तो नहीं है।

होल्टर मॉनिटरिंग टेस्ट

होल्टर मॉनिटर एक छोटा पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस होता है, जिसे मरीज की बॉडी पर लगाया जाता है। यह 24 घंटे तक दिल की धड़कनों को रिकॉर्ड करता है, जिससे किसी भी अनियमित धड़कन की पहचान की जा सकती है।

हार्ट सीटी स्कैन से ब्लॉकेज की पहचान

सीटी स्कैन में एक्स-रे तकनीक की मदद से हार्ट और उसकी नसों की फोटो ली जाती है। इससे धमनियों में ब्लॉकेज, सूजन या अन्य किसी भी गंभीर समस्या का पता लगाया जा सकता है।

कार्डियक एमआरआई टेस्ट

कार्डियक एमआरआई टेस्ट में रेडियो तरंगों और मैग्नेटिक फील्ड की मदद से हार्ट की डिटेल्ड इमेज बनाई जाती है। यह हार्ट की मांसपेशियों और उसकी कार्यप्रणाली को गहराई से समझने में मदद करता है।

अगर समय पर सही टेस्ट करवा लिए जाएं, तो हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, नियमित चेकअप करवाएं और अपने दिल का अच्छे से ख्याल रखें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com