अकेलापन अब सिर्फ भावनात्मक समस्या नहीं, यह आपकी हार्ट हेल्थ पर भी असर डालता है। तो क्या अकेलापन हार्ट अटैक का भी कारण बन सकता है? आइए डॉक्टर अनूप पांडियन से जानें इस सवाल का जवाब।
हार्ट अटैक के आम कारण
स्मोकिंग, तनाव और खराब लाइफस्टाइल हार्ट अटैक के मुख्य कारण हैं। अब विशेषज्ञ मानते हैं कि मानसिक रूप से अकेलापन भी इस जोखिम को कई गुना बढ़ाता है।
अकेलापन क्यों है खतरनाक?
जब इंसान लंबे समय तक अकेलापन महसूस करता है, तो उसका दिमाग और शरीर दोनों प्रभावित होते हैं। इससे ब्लड प्रेशर, तनाव और हृदय रोग की आशंका बढ़ती है।
डिजिटल युग और अकेलापन
आज लोग ऑनलाइन तो जुड़े हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से अलग-थलग हैं। सोशल मीडिया की आदत ने रिश्तों की गहराई घटा दी है, जिससे अकेलापन और बढ़ता है।
डिप्रेशन और हार्ट पर असर
अकेलापन डिप्रेशन में बदल सकता है। डिप्रेशन शरीर में सूजन बढ़ाता है, हार्मोन असंतुलित करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा हो जाता है।
शरीर में बदलाव
लगातार अकेलापन व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या घटा सकता है, इम्यूनिटी कमजोर करता है और शरीर की हीलिंग पावर पर असर डालता है। इससे हार्ट कमजोर हो जाता है।
कैसे बचें अकेलेपन से?
लोगों से मिलें, बात करें, सोशल एक्टिविटीज में हिस्सा लें। अपने आसपास का माहौल सकारात्मक बनाएं।
अपनाएं ये हेल्दी आदतें
पालतू जानवर पालना, म्यूजिक सुनना, गार्डनिंग करना और क्रिएटिव कामों में मन लगाना अकेलेपन को दूर कर सकता है। मन हल्का होता है और हार्ट स्वस्थ रहता है।
अगर अकेलापन लंबे समय तक बना रहे, तो इसे नजरअंदाज न करें। किसी एक्सपर्ट या काउंसलर की मदद लें। मानसिक सेहत मजबूत होगी और आप स्वस्थ रहेंगे। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com