हमारा दिल बिना रुके काम करता है। आजकल कम उम्र में हार्ट अटैक और फेलियर की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसकी वजहें लाइफस्टाइल और खानपान हैं। आइए एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से जानते हैं दिल के कमजोर होने के लक्षण।
हार्ट मसल्स की कमजोरी
हार्ट मसल्स कमजोर होने पर दिल सही से काम नहीं करता। इससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है और कई गंभीर बीमारियां जन्म लेती हैं।
लगातार मतली
लगातार मतली और सीने में जलन हार्ट मसल्स की कमजोरी का संकेत हो सकते हैं। लंबे समय तक ये लक्षण नजर आएं तो डॉक्टर से मिलें।
हाई ब्लड प्रेशर
कमजोर दिल की वजह से ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो सकता है। लगातार हाई बीपी हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ा सकता है।
सीने और कंधे में दर्द
बाईं ओर सीने और कंधे में दर्द, खासकर भारीपन महसूस होना, एनजाइना का संकेत है। यह दिल की धमनियों में ब्लॉकेज से जुड़ा होता है।
सांस की दिक्कत
सांस लेने में परेशानी, विशेष रूप से लेटने पर, कमजोर दिल का संकेत हो सकता है। यह स्लीप एपनिया और दिल की समस्याओं से जुड़ा है।
बेचैनी और दबाव
दिल की धमनियों में रुकावट होने पर छाती में दबाव और बेचैनी महसूस होती है। यह स्थिति मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है।
बार-बार सर्दी-जुकाम
लगातार सर्दी-जुकाम और कफ बनना दिल की कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और समय पर जांच कराएं।
समय पर लक्षण पहचानें, डॉक्टर से सलाह लें। हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और तनाव मुक्त जीवनशैली अपनाकर दिल को मजबूत बनाए रखें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com