सीने में भारीपन केवल गैस या थकान नहीं हो सकता। यह कई गंभीर बीमारियों का लक्षण है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। आइए डॉ सीमा यादव से जानते हैं सीने में भारीपन किस बीमारी का संकेत हो सकता है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज
दिल की धमनियों में ब्लॉकेज से छाती में भारीपन, दर्द और सांस लेने में दिक्कत होती है। इलाज में देरी हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
GERD में पेट का एसिड ऊपर आ जाता है, जिससे सीने में जलन, भारीपन और भोजन निगलने में परेशानी महसूस होती है। डाइट सुधार से राहत मिलती है।
निमोनिया
निमोनिया में फेफड़ों में पस या तरल जमा होता है। इससे सीने में भारीपन, बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। तुरंत इलाज कराएं।
अस्थमा
अस्थमा में फेफड़ों में म्यूकस जमा होता है। शारीरिक मेहनत या एलर्जी से सीने में भारीपन, खांसी और सांस की तकलीफ शुरू हो जाती है।
पल्मोनरी हाइपरटेंशन
फेफड़ों की धमनियों में प्रेशर बढ़ने से छाती में भारीपन होता है। सांस फूलना, थकान और पैरों में सूजन इसके अन्य लक्षण हैं, इलाज जरूरी है।
मांसपेशियों का खिंचाव
इंटरकोस्टल मांसपेशियों में खिंचाव या चोट से भी छाती में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है। यह स्थिति खासकर एक्सरसाइज या खांसी से होती है।
तनाव और पैनिक अटैक
ज्यादा तनाव या घबराहट के दौरे में सीने में भारीपन, घुटन और दिल की धड़कन तेज हो सकती है। मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है।
अगर सीने में बार-बार भारीपन हो, तो इसे हल्के में न लें। समय पर जांच और इलाज कराकर गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com