दिल में खूून के थक्‍के जमने के 5 प्रमुख कारण क्‍या हैं?

By Aditya Bharat
22 Jan 2025, 14:12 IST

शरीर में खून का लिक्विड रूप से ठोस रूप में बदलना खून के थक्के बनने की प्रक्रिया कहलाती है। यह प्रक्रिया चोट लगने पर खून बहने से बचाने में मदद करती है, लेकिन अगर ये थक्के बिना कारण बनें, तो यह खतरनाक हो सकता है। खून के तक्के दिल के अंदर भी बन सकते है। ऐसे में आइए कार्डियोलॉजिस्ट डॉ के के कपूर से इस विषय पर और जानकारी लेते हैं।

खून के थक्के कहां बनते हैं?

खून के थक्के ज्यादातर पैरों में बनते हैं, लेकिन कभी-कभी यह दिल और शरीर के अन्य हिस्सों में भी बन सकते हैं। यह स्थिति खतरनाक हो सकती है, खासकर जब यह दिल की धमनियों में होता है।

दिल में थक्के बनने के कारण

दिल में थक्के बनने की स्थिति बहुत कम देखी जाती है, लेकिन कुछ कारणों से यह समस्या हो सकती है। जैसे लंबे समय तक एक जगह बैठकर काम करना, स्मोकिंग, या दिल से जुड़ी बीमारियां।

दिल के दौरे का खतरा

अगर दिल में खून का थक्का बन जाए, तो यह दिल के खून के प्रवाह को रोक सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। यह स्थिति जीवन के लिए खतरनाक हो सकती है।

दिल के दौरे के लक्षण

अगर किसी व्यक्ति के दिल में खून का थक्का बन रहा है, तो उसे सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, और अचानक चक्कर आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इन लक्षणों पर तुरंत ध्यान दें।

खून के थक्के से होती है सांसों की परेशानी

अगर दिल में खून का थक्का बनता है, तो यह सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकता है। ऐसे में मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है।

खून के थक्के का दिमाग पर असर

दिल में खून के थक्के बनने से दिमा पर भी असर हो सकता है। इससे व्यक्ति को भ्रम, समझने में परेशानी और कभी-कभी तेज सिरदर्द का सामना भी हो सकता है।

खून के थक्के का इलाज कब कराना चाहिए?

जब दिल में खून के थक्के बनने के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इलाज में खून का प्रवाह सामान्य करने के लिए दवाएं दी जाती हैं और गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है।

दिल में खून के थक्के बनने से बचने के लिए सही खानपान और सही जीवनशैली अपनाना जरूरी है। स्मोकिंग से बचें, और ज्यादा देर तक एक जगह बैठे रहने से बचें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com