सर्दियों में ज्यादातर लोग तिल खाते हैं। इसमें बहुत से पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से नुकसान भी हो सकता है। आइए होली फैमिली हॉस्पिटल, दिल्ली की डायटीशियन सनाह गिल से जानें -
पाचन से जुड़ी परेशानी में
तिल की तासीर गर्म होती है। ऐसे में डायरिया और कब्ज जैसी पाचन से जुड़ी समस्याएं होने पर लोगों को तिल के सेवन से बचना चाहिए। इससे इन समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान
तिल की तासीर गर्म होती है। प्रेग्नेंसी में इसके सेवन से बचना चाहिए। इससे स्वास्थ्य को नुकसान और गर्भपात का खतरा हो सकता है।
वजन बढ़ने पर
तिल में फैट्स और बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनको रोज खाने से वजन तेजी से बढ़ता है। ऐसे में वजन बढ़ने या मोटापे की समस्या से परेशान लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
बालों से जुड़ी समस्या में
बालों के झड़ने की समस्या से परेशान लोगों को तिल के अधिक सेवन से बचना चाहिए। इससे बालों के रोम ड्राई होते हैं, जिससे बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है।
एलर्जी होने पर
कुछ लोगों को तिल से एलर्जी भी हो सकती है। ऐसे में इन लोगों को तिल के सेवन से बचना चाहिए। इससे स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है।
लो ब्लड प्रेशर की समस्या में
तिल में मौजूद गुण ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होते हैं। ऐसे में लो ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोगों को तिल के सेवन से बचना चाहिए।
हैवी ब्लड फ्लो के दौरान
कई बार महिलाओं को पीरियड्स से दौरान ज्यादा ब्लड फ्लो की समस्या होती है। इस दौरान महिलाओं को तिल के सेवन से बचना चाहिए। इसकी तासीर गर्म होती है, जिसके कारण शरीर में पित्त के असंतुलित होने और अधिक ब्लड फ्लो की समस्या हो सकती है।
सर्दियों में लेख में बताई गई परेशानियों में लोगों को तिल नहीं खाना चाहिए। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com