बाजरे की रोटी सर्दियों में शरीर को गर्म रखने और ताकत देने के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं होती। आपको बता दें, बाजरा भारी और गर्म तासीर वाला अनाज है, जो कुछ लोगों के शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
डॉक्टर से जानें
चलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं बाजरे की रोटी किन लोगों को नहीं खानी चाहिए?
पाचन कमजोर है तो सावधान
जिन लोगों को गैस, अपच या कब्ज की शिकायत रहती है, उन्हें बाजरे की रोटी से परहेज करना चाहिए। इसकी तासीर गर्म और भारी होती है, जिससे पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं रहें सतर्क
गर्भवती महिलाओं को गर्म तासीर वाला खाना सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। बाजरे की रोटी ज्यादा मात्रा में खाना गर्भस्थ शिशु पर असर डाल सकता है। डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
बच्चों को सीमित मात्रा में दें
छोटे बच्चों को बाजरा कम दें, क्योंकि उनका पाचन तंत्र पूरी तरह विकसित नहीं होता। इसे ज्यादा खाने से बच्चों को गैस या पेटदर्द हो सकता है। हल्के आहार ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
इनडाइजेशन में हो सकती है दिक्कत
अगर आपका खाना पचाने का सिस्टम ठीक नहीं है, तो बाजरे की रोटी खाने से पेट में भारीपन, गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में हल्के अनाज जैसे गेहूं या चना बेहतर हैं।
कब और कैसे खाएं बाजरा
अगर पाचन ठीक है, तो बाजरे की रोटी को घी या हरी सब्जियों के साथ खाएं। इससे यह आसानी से पचता है और शरीर को ताकत भी देता है। सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
बाजरे का विकल्प
अगर बाजरा सूट नहीं करता, तो आप गेहूं, ज्वार, या चने का आटा ले सकते हैं। ये हल्के होते हैं और पाचन में आसान रहते हैं। इनसे भी भरपूर पोषण मिलता है।
बाजरे की रोटी फायदेमंद है, लेकिन सभी के लिए नहीं। अपनी पाचनशक्ति और शरीर की प्रकृति के अनुसार इसे खाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com