मीट खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, आयरन, जिंक और विटामिन B12 जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन अगर आप रोजाना मीट खाते हैं, तो ये आदत धीरे-धीरे आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
स्टडी का खुलासा
बीएमसी मेडिसिन में छपी स्टडी के अनुसार, 8 सालों तक मीट खाने वालों की सेहत पर नजर रखी गई। जहां हर रोज मीट खाने वालों में कई बीमारियां देखी गईं।
हार्ट डिजीज का बढ़ता रिस्क
स्टडी में पाया गया कि नियमित रूप से 70 ग्राम से ज्यादा मीट खाने वालों में दिल की बीमारियों का खतरा 15% तक बढ़ जाता है। यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ाता है।
डायबिटीज का खतरा
मीट खाने वालों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 30% तक बढ़ जाता है। खासकर रेड और प्रोसेस्ड मीट ब्लड शुगर को असंतुलित करता है और इंसुलिन पर असर डालता है।
कैंसर का रिस्क
शोध में पाया गया कि रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट पेट और कोलन कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। खासतौर पर अगर इनका सेवन लंबे समय तक किया जाए।
स्किन और पोषक तत्वों पर असर
मीट के अत्यधिक सेवन से त्वचा पर मुंहासे, सूजन हो सकती है। साथ ही शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है, जिससे थकान और कमजोरी बढ़ती है।
अन्य बीमारियां
आपको बता दें कि रोज मीट खाने से गैस्ट्राइटिस, डायवर्टिकुलर डिजीज, गॉलब्लैडर की समस्या और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
कितना मीट खाना सही?
हफ्ते में 1-2 बार और कम मात्रा (50-70 ग्राम) में मीट खाना बेहतर है। साथ ही हरी सब्जियां, दालें और फल भी जरूर शामिल करें, ताकि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकें।
मीट सेहत के लिए जरूरी है लेकिन इसका ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com