केले सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। लेकिन पीले और लाल केले में क्या फर्क है? और कौन-सा ज्यादा हेल्दी है? चलिए डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से जानते हैं इनके पोषण से जुड़ी खास बातें।
पीले केले की पहचान और स्वाद
पीला केला सबसे आम प्रकार है जो हर जगह आसानी से मिल जाता है। इसका स्वाद हल्का मीठा होता है और इसे स्नैक्स, ब्रेड या स्मूदी में शामिल किया जा सकता है।
पीले केले में पोषक तत्व
पीला केला पोटेशियम, विटामिन B6 और विटामिन C से भरपूर होता है। यह हार्ट हेल्थ, इम्यूनिटी और दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करता है।
लाल केले की पहचान और स्वाद
लाल केला छोटा, मोटा और अधिक मीठा होता है। इसका रंग गहरा लाल होता है और इसका स्वाद हल्का रसभरा होता है। यह हर जगह आसानी से नहीं मिलता।
लाल केले में पोषक तत्व
लाल केला बीटा-कैरोटीन और विटामिन C से भरपूर होता है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर लाल केला
लाल केला एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। यह एजिंग को धीमा करता है और कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
दोनों के फायदे अलग-अलग
पीला केला दिल और दिमाग के लिए बेहतरीन है, जबकि लाल केला आंखों और इम्यूनिटी के लिए ज्यादा फायदेमंद है। दोनों की खासियतें अलग-अलग हैं।
हेल्थ के हिसाब से चुनें केला
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो पीला केला मददगार है। अगर आंखों की हेल्थ और एंटी-ऑक्सीडेंट्स चाहिए, तो लाल केला बेहतर है। इसलिए जरूरत के अनुसार खाएं।
पीला या लाल, दोनों ही केले सेहत के लिए अच्छे हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा न खाएं और संतुलन बनाए रखें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com