कोलोरेक्टल कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों में तेजी से बढ़ रहा है। खानपान और जीवनशैली इसकी प्रमुख वजहें हैं। सही आहार से इससे बचा जा सकता है। आइए गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. जॉसेप सलहब से जानते हैं किन फल और सब्जियों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स का करें सेवन
दही, पनीर जैसे कैल्शियम युक्त डेयरी प्रोडक्ट्स कोलन ग्रोथ को रोकने में मदद करते हैं। इनका नियमित सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करता है।
होल ग्रेन्स
ओटमील, ब्राउन राइस और होल वीट ब्रेड जैसे होल ग्रेन फूड फाइबर व मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं और कैंसर से बचाव में कारगर होते हैं।
बीन्स और दालें भी फायदेमंद
बीन्स, मटर, दालें और फलियां फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं, जो ट्यूमर की ग्रोथ को रोकने में मदद करते हैं।
फल व सब्जियों का सेवन
ब्रोकली, पत्तागोभी, संतरा जैसे रंग-बिरंगे फल-सब्जियों में फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं और शरीर को डिटॉक्स करते हैं।
मछली है बेहतर विकल्प
सैल्मन जैसी मछलियों में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड कैंसर सेल्स के विकास को धीमा करता है। रेड मीट की बजाय मछली खाना सुरक्षित माना गया है।
फाइबर की कमी बन सकती है खतरा
कम फाइबर युक्त भोजन कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए फाइबर युक्त आहार को अपनी डेली डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।
सैचुरेटेड फैट से रहें दूर
ज्यादा तला-भुना और हाई कैलोरी वाला खाना, खासकर सैचुरेटेड फैट, कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। स्वस्थ और हल्का भोजन अपनाएं।
स्मोकिंग, अल्कोहल और शारीरिक निष्क्रियता को त्यागें। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और समय पर जांच से कोलोरेक्टल कैंसर से बचा जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com