जैतून का तेल विटामिन E और एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जो बालों को सॉफ्ट, शाइनी और मजबूत बना सकता है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए कॉस्मेटोलॉजिस्ट और स्किन एक्सपर्ट डॉ. जतिन मित्तल से जानते हैं जैतून के तेल को बालों में लगाने के नुकसानों के बारे में।
सर्दियों में जैतून का तेल लगाएं?
जैतून का तेल ठंडा और भारी होता है। ठंडे मौसम में इसे लगाने से सिरदर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सर्दियों में इसे इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
बरसात में भी बरतें सावधानी
बरसात के मौसम में स्कैल्प पर जैतून का तेल फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। साथ ही, बाल ज्यादा ऑयली हो सकते हैं। इस मौसम में तेल लगाने से बचना बेहतर होता है।
बालों की नमी खोने का खतरा
जैतून का तेल भारी होता है, जिसे साफ करने के लिए हार्श शैंपू का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे बालों की नमी का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे बाल टूटने लगते हैं।
डैंड्रफ की समस्या
जैतून का तेल सर्दियों और बरसात में डैंड्रफ को बढ़ा सकता है। इससे बाल झड़ने की समस्या और गंभीर हो सकती है।
स्कैल्प एलर्जी का खतरा
जिनकी स्कैल्प सेंसिटिव है, उनके लिए जैतून का तेल एलर्जी का कारण बन सकता है। इससे खुजली, जलन और स्कैल्प में लालिमा हो सकती है।
स्कैल्प पोर्स बंद होने का खतरा
अगर तेल को सही से न धोया जाए, तो यह स्कैल्प के पोर्स को बंद कर सकता है। इससे बालों की ग्रोथ रुक सकती है और स्कैल्प पर दाने हो सकते हैं।
माथे पर पिंपल्स की समस्या
जैतून का तेल लगाते समय ध्यान दें कि यह माथे पर न जाए। ऑयली त्वचा वाले लोगों को पिंपल्स की समस्या हो सकती है।
जैतून का तेल फायदेमंद है, लेकिन सीमित मात्रा में और सही तरीके से उपयोग करना जरूरी है। इसे लगाने के 2 घंटे बाद माइल्ड शैंपू से धोएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com