गंजेपन को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

By Aditya Bharat
13 Jan 2025, 21:15 IST

आजकल ज्यादातर लोग बालों के झड़ने की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रदूषण, गलत खानपान, तनाव, और पोषक तत्वों की कमी इसके मुख्य कारण हैं। अगर बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं और नए बाल नहीं उग रहे हैं, तो गंजेपन का खतरा हो सकता है। ऐसे में आइए आयुर्वेदिक चिकित्स्क डॉ रितु चड्ढा से जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जिनकी मदद से नए बाल निकलने लगेंगे।

एलोपेसिया

कई बार गंजापन पैच के रूप में दिखाई देता है, जिसे एलोपेसिया एरीटा कहा जाता है। यह समस्या तनाव, फंगल इंफेक्शन या दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण भी हो सकती है।

आयुर्वेद से समाधान

अगर आप भी गंजेपन की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आयुर्वेदिक उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं। इन उपायों के जरिए बालों को फिर से उगाने में मदद मिल सकती है।

आंवला

आंवला बालों के लिए एक प्राकृतिक संजीवनी है। यह बालों को मजबूत बनाता है, झड़ने से रोकता है और ग्रोथ को बढ़ाता है। आंवला का सेवन और आंवला तेल का प्रयोग बालों के लिए फायदेमंद होता है।

भृंगराज

आयुर्वेद में भृंगराज का उपयोग सदियों से बालों के लिए किया जा रहा है। यह स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और बालों की गिरावट को रोकता है। भृंगराज तेल से मालिश या भृंगराज पाउडर से बाल धोने से बाल मजबूत होते हैं।

रीठा

रीठा बालों को साफ और मजबूत बनाता है। यह बालों के झड़ने को रोकता है और घने बनाता है। रीठा को रातभर पानी में भिगोकर उसे मसलकर बाल धोने के लिए इस्तेमाल करें।

एलोवेरा

एलोवेरा बालों के लिए एक वरदान है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स होते हैं, जो बालों को पोषण देते हैं और सूरज की हानिकारक किरणों से बचाते हैं। ताजा एलोवेरा जेल लगाकर बालों को धोने से हेयर फॉल और डैंड्रफ की समस्या दूर होती है।

ब्राह्मी

ब्राह्मी में अल्कलॉइड्स होते हैं जो बालों के फॉलिकल्स को उत्तेजित करके उनकी ग्रोथ बढ़ाते हैं। नारियल तेल में ब्राह्मी पत्तियों को उबालकर बालों की मालिश करने से झड़ते बाल रुक सकते हैं।

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करके आप गंजेपन से छुटकारा पा सकते हैं। इन प्राकृतिक उपायों से न सिर्फ बालों को फायदा होता है, बल्कि बालों की सेहत भी बेहतर होती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com