क्या आपके कूल्हों में टाइटनेस या अकड़न महसूस होती है? यह समस्या लंबे समय तक बैठने से हो सकती है, जिससे बैक पेन और गठिया जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
एक्सपर्ट की राय
लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लंबे समय तक बैठने के कारण हिप्स में जकड़न की समस्या हो सकती है। ऐसे में, बॉडी को मूवमेंट की जरूरत होती है।
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
कूल्हों में जकड़न से राहत पाने के लिए कुछ सरल स्ट्रेच करने चाहिए। ये स्ट्रेच मांसपेशियों को लचीला बनाते हैं। इससे आप दिनभर एक्टिव रहेंगे।
लंज और स्पाइनल ट्विस्ट
लंज और स्पाइनल ट्विस्ट में एक पैर को आगे बढ़ाते हुए दूसरे पैर को पीछे रखें और शरीर को मोड़कर हाथों को ऊपर उठाएं। इससे कूल्हों और पीठ में खिंचाव आएगा, जो आपको राहत देगा।
फिगर फोर स्ट्रेच
फिगर फोर स्ट्रेच पीठ के बल लेटकर एक पैर को क्रॉस करें और दूसरे पैर को छाती की ओर खींचें। इससे निचले पीठ और कूल्हों में खिंचाव आएगा, जो टाइटनेस को कम करता है।
डबल हिप रोटेशन स्ट्रेच
डबल हिप रोटेशन स्ट्रेच भी बहुत फायदेमंद है। इसमें पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़कर उन्हें एक तरफ घुमाना होता है। इस स्ट्रेच को करने से कूल्हों में दर्द और टाइटनेस से राहत मिलती है।
90/90 स्ट्रेच
90/90 स्ट्रेच करें, जिसमें एक पैर को मोड़कर 90 डिग्री पर बैठते हैं। इस स्थिति में रहने से कूल्हों में खिंचाव कम होता है और आराम मिलता है। इसे नियमित रूप से करें ताकि समस्या न बढ़े।
नी टू चेस्ट स्ट्रेच
नी टू चेस्ट स्ट्रेच भी उपयोगी है। इसमें पीठ के बल लेटकर एक घुटने को छाती की ओर खींचना होता है। इससे कूल्हों और निचले पीठ में खिंचाव आकर राहत मिलती है। इसे दोनों पैरों से करें।
हीट थैरेपी
हिप्स की जकड़न से राहत पाने के लिए हीट थैरेपी का सहारा लें। गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर उसे कूल्हों पर रखें। इससे सूजन और अकड़न कम होगी। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है।
बैठने की पोजिशन बदलें
अगर कूल्हों में जकड़न होती है, तो अपने बैठने के तरीके में बदलाव करें। लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठना हानिकारक हो सकता है। इसलिए, नियमित रूप से अपनी पोजिशन बदलें।
अगर कूल्हों में दर्द लगातार बढ़ रहा है, तो यह हिप इंजरी का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com