स्किपिंग एक बहुत अच्छी एक्सरसाइज है, जो वेट कम करने, स्टैमिना बढ़ाने और हार्ट हेल्थ अच्छा करने में मदद करता है। लेकिन हर किसी को इससे फायदा मिलता है। कुछ लोगों के लिए यह एक्सरसाइज फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। आइए न्यूट्रिशनिस्ट विनीत कुमार जी से जानें किन लोगों को स्किपिंग नहीं करनी चाहिए और क्यों।
घुटनों में दर्द में स्किपिंग
जिन लोगों को घुटनों में दर्द, गठिया या जोड़ों की दिक्कत है, उनको स्किपिंग से यह दिक्कत बढ़ सकती है। इस एक्सरसाइज से जोड़ों पर स्ट्रेस पड़ता है, जिससे सिचुएशन खराब हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर में स्किपिंग
स्किपिंग करने से हार्ट रेट एकदम बढ़ता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को दिक्कत हो सकती है। इसलिए हाइपरटेंशन की समस्या वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह के बिना इसे करने से बचना चाहिए।
हार्ट पेशेंट्स के लिए स्किपिंग
स्किपिंग एक कार्डियो एक्सरसाइज है, जो हार्ट पर असर डालती है। अगर आपको कोई हार्ट प्रॉब्लम है, तो स्किपिंग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, यह आपके लिए खतरनाक हो सकती है।
मोटे लोगों के लिए स्किपिंग
जिन लोगों का वेट बहुत ज्यादा है उनको स्किपिंग करने से घुटनों और टखनों पर ज्यादा प्रेशर पड़ सकता है, जिससे चोट लगने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए पहले लाइट एक्सरसाइज करें फिर स्किपिंग करें।
ऑस्टियोपोरोसिस के दर्द में स्किपिंग
जिन लोगों की हड्डियां कमजोर हैं या ऑस्टियोपोरोसिस की दिक्कत है, तो स्किपिंग करने से फ्रैक्चर या चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए हड्डियों को स्ट्रांग करने के लिए पहले दूसरी एक्सरसाइज करें।
प्रेगनेंसी में स्किपिंग
प्रेगनेंसी के दौरान स्किपिंग करना खतरनाक हो सकता है। इससे पेट और शरीर पर स्ट्रेस पड़ता है, जिससे बेबी पर असर पड़ सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी में लाइट एक्सरसाइज करें।
सर्जरी या चोट में स्किपिंग
अगर हाल में आपकी कोई सर्जरी हुई है या आपको पैर, कमर या जोड़ों में चोट लगी थी, तो स्किपिंग करने आपकी चोट पर असर पड़ सकता है। पूरी तरह ठीक होने के बाद ही स्किपिंग करें।
स्किपिंग वैसे तो एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, लेकिन सभी के लिए नहीं। अगर आपको कोई हेल्थ प्रॉब्लम है, तो इसे करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com.