आजकल फोन और लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। इनकी लाइट रेज सीधे आंखों पर असर डालती है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर हमने शारदा अस्पताल में डिपार्टमेंट ऑफ आफथलमोलॉजी के प्रोफेसर एंड एचओडी डॉ. जे. एल. गोयल से बात की है।
सिरदर्द की समस्या
ज्यादा समय तक स्क्रीन पर देखने से आंखों पर दबाव बढ़ता है, जिससे आंखों में दर्द और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
ड्राईनेस की समस्या
लंबे समय तक स्क्रीन पर ध्यान देने से आंखें कम झपकती हैं, जिससे ड्राईनेस की समस्या हो जाती है। इससे आंखों में जलन भी हो सकती है।
पलकें झपकाने के फायदे
पलकें झपकाने से आंखों में नमी बनी रहती है, लेकिन स्क्रीन टाइम बढ़ने से यह प्रक्रिया प्रभावित होती है। ऐसे में, थोड़ी-थोड़ी देर का ब्रेक लें।
आंखों की रेटिना को नुकसान
घंटों स्क्रीन पर समय बिताने से आंखों की रेटिना को नुकसान पहुंच सकता है, जो लाइट के प्रति संवेदनशील होती है।
रेटिना डैमेज होने का खतरा
लगातार स्क्रीन देखने से रेटिना डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है। इससे देखने में दिक्कत हो सकती है।
मायोपिया का खतरा
स्क्रीन टाइम बढ़ने से मायोपिया का खतरा बढ़ता है, जिसमें दूर की चीजें धुंधली नजर आने लगती हैं। इसका समय रहते इलाज जरूरी है।
आंखों में तनाव बढ़ना
स्क्रीन पर लंबे समय तक काम करने से आंखों में तनाव और नजर की समस्याएं बढ़ सकती हैं। स्क्रीन से निकलने वाली हानिकारक रेज धीरे-धीरे आंखों की सेहत को प्रभावित करती हैं।
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए स्क्रीन टाइम को कम करना और समय-समय पर पलकें झपकाना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com