रेट्रो वॉकिंग क्या है? जानें इससे होने वाले फायदे

By Harsha Singh
18 Jan 2024, 13:50 IST

रेट्रो वॉकिंग को बैकवर्ड वॉकिंग यानी पीछे की तरफ चलना भी कहा जा सकता है। इससे शरीर को कई फायदे होते हैं। आइए शरीर को होने वाले लाभों के बारे में जानते हैं-

रेट्रो वॉक क्या है?

रेट्रो वॉकिंग में पैरों की मूवमेंट आगे की जगह पीछे की ओर होती है। इस पैटर्न में चलने के लिए पैरों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। पीछे की ओर चलने के लिए आपको पैरों को सीधा करके पीछे धकेलना होता है। इससे निचले शरीर की मसल्स मजबूत होती हैं।

वेट लॉस

आपको जानकर हैरानी होगी कि नॉर्मल वॉकिंग के मुकाबले रेट्रो वॉकिंग वजन घटाने में ज्यादा फायदेमंद होती है। रिवर्स वॉकिंग करने से शरीर की ज्यादा कैलोरी बर्न होती है। उल्टा चलने से प्रति मिनट 40 परसेंट कैलोरी बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है।

कमर दर्द  

सर्दियों में कमर दर्द और अकड़न की समस्या बहुत आम होती हैं। ऐसे में रेट्रो वॉकिंग कमर दर्द के लिए फायदेमंद हो सकती है। रेट्रो वॉकिंग से एक्सटेंसर एक्टिव हो जाते हैं, इसमें ग्लूटस मैक्सिमस मसल शामिल होती है। यह कमर दर्द से बचाव और पोस्चर को ठीक करने में मदद करती है।  

हार्ट हेल्थ

वॉकिंग दिल के लिए अच्छी साबित होती है, लेकिन रेट्रो वॉकिंग शरीर के लिए और भी ज्यादा फायदेमंद हो सकती है। अगर आप रेट्रो वॉकिंग करते हैं, तो दिल खून को तेजी से पंप करता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और हार्ट हेल्थ को भी फायदा होता है।

पैर मजबूत

रेट्रो वॉकिंग करने से पैरों की मसल्स पे ज्यादा दबाव पड़ता है और मासपेशियां मजबूत हो जाती हैं। इससे आपके पैरों में ज्यादा स्ट्रेंथ आती है।

जॉइंट पेन

अगर आप ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो रेट्रो वॉकिंग कर सकते हैं। इससे आपको घुटनों में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।

रेट्रो वॉक में इंसान को आगे की जगह पीछे की ओर चलना होता है। स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com