डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। भारत में लाखों लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, लेकिन बहुत से लोग इससे अनजान हैं। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर यह देखा जाता है कि उनका स्पर्म काउंट घटने लगता है, आइए एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से जानते हैं इसके बारे में और यह भी जानेंगे अन्य कौन सी बीमारियां पुरुषों को घरती हैं।
पुरुषों पर डायबिटीज का असर
डायबिटीज का असर पुरुषों की फर्टिलिटी पर पड़ता है। इसका असर स्पर्म की गुणवत्ता और काउंट पर पड़ सकता है।
स्पर्म काउंट में कमी
डायबिटीज की वजह से स्पर्म काउंट घट सकता है। यह पुरुषों में प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे संतान पैदा करने में मुश्किलें आ सकती हैं।
क्यों होता है ऐसा?
डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है। इसका असर स्पर्म पर पड़ता है, जिससे उसकी गुणवत्ता और गतिशीलता कम हो जाती है।
हार्मोनल असंतुलन
डायबिटीज के कारण हार्मोनल असंतुलन होता है। टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम हो जाता है, जो कि स्पर्म की गुणवत्ता और संख्या के लिए जरूरी है।
टेस्टिकल्स पर असर
डायबिटीज के कारण टेस्टिकल्स में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर हो सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर और शुक्राणुओं की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
क्या होगा अगर इलाज न किया जाए?
अगर डायबिटीज का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह प्रजनन क्षमता पर और भी गहरा असर डाल सकता है, जिससे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
जीवनशैली में सुधार करें
स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और नशे से बचें।
सही इलाज और बदलाव से आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं साथ ही स्पर्म काउंट को भी बढ़ा सकते हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com