5 साल से कम उम्र के बच्चों को भूलकर भी न खिलाएं ये सफेद चीज, हो सकती हैं 5 समस्याएं

By Himadri Singh Hada
09 Dec 2024, 14:30 IST

ज्यादातर लोगों को टीवी देखते हुए या टाइम पास के लिए पॉपकॉर्न खाना पसंद होता है। यह न केवल बड़ों का पसंदीदा स्नैक्स है, बल्कि बच्चों को भी काफी लुभाता है।

पॉपकॉर्न के नुकसान

पेरेंट्स अक्सर बच्चों को स्नैक्स के तौर पर पॉपकॉर्न देना पसंद करते हैं। लेकिन, 5 साल से कम उम्र के बच्चों को पॉपकॉर्न खिलाना नुकसानदायक हो सकता है।

एक्सपर्ट की राय

लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. तरुण आनंद ने बताया कि 5 साल से कम उम्र के शिशुओं को पॉपकॉर्न खिलाने से उनकी मौत भी हो सकती है। इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए वीडियो में डॉ. तरुण ने यह भी बताया है कि कम उम्र के बच्चों को पॉपकॉर्न क्यों नहीं खिलाना चाहिए?

पॉपकॉर्न निगलने में दिक्कत

एक्सपर्ट की मानें, तो पॉपकॉर्न की बनावट के कारण बच्चों को पॉपकॉर्न निगलने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा, इसका सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं और एलर्जी भी हो सकती है।

घुटन का खतरा

पॉपकॉर्न के आकार और बनावट के कारण छोटे बच्चों को पॉपकॉर्न निगलने में परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से घुटन का खतरा भी पैदा हो सकता है। गंभीर मामलों में इसका सेवन मौत का कारण बन सकता है।

एलर्जी की समस्या

पॉपकॉर्न बनाने के लिए मक्के का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चों में एलर्जी पैदा कर सकता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों को पॉपकॉर्न खाने से खांसी और श्वास नली में दर्द की समस्या हो सकती है।

पाचन संबंधी समस्याएं

5 साल की उम्र तक बच्चे का पाचन तंत्र पूरी तरह विकसित नहीं होता है। ऐसे में पॉपकॉर्न में मौजूद हाई फाइबर के कारण बच्चों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है।

विकास संबंधी परेशानी

5 साल से कम उम्र के बच्चों के वायुमार्ग छोटे होने के कारण कई बार बच्चे खाना चबाने की बजाय उसे निगल जाते हैं। ऐसे में बच्चों को पॉपकॉर्न खिलाना जानलेवा भी हो सकता है।

किडनी की समस्या

बाजार में मिलने वाले पॉपकॉर्न में नमक, चीनी या अन्य कृत्रिम स्वादों की मात्रा ज्यादा होती है, जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकती है। ज्यादा नमक खिलाने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे किडनी प्रॉब्लम हो सकती है।

बच्चों को खाने के लिए क्या दें?

छोटे बच्चों को पॉपकॉर्न की बजाय दही, फल, फ्रूट स्मूदी या उबली हुई सब्जियां खिलाना ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके अलावा, बच्चों का बाहर की चीजें नहीं खिलाना चाहिए।

याद रखें, हर बच्चे का विकास अलग तरीके से होता है, इस वजह से किसी भी खाद्य पदार्थ को बच्चे की डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com