वॉकिंग निमोनिया एक हल्का रेस्पिरेटरी इंफेक्शन है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसमें व्यक्ति सामान्य दिनचर्या के काम कर सकता है, इसलिए इसे
क्या है मुख्य कारण?
वॉकिंग निमोनिया का मुख्य कारण माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया बैक्टीरिया है। यह खांसने, छींकने से हवा में फैलता है और सांस के जरिए शरीर में पहुंचता है।
किसे होता है?
यह आमतौर पर बच्चों, किशोरों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है, लेकिन किसी भी उम्र के लोग इससे संक्रमित हो सकते हैं।
शरीर में कैसे फैलता है?
इंफेक्शन सांस की बूंदों से शुरू होता है। बैक्टीरिया एयरवेज की सेल्स से चिपकते हैं और धीरे-धीरे फेफड़ों में सूजन पैदा करते हैं।
इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया
प्रतिरक्षा प्रणाली बैक्टीरिया से लड़ती है, जिससे ब्रोन्कियल ट्यूब्स और एल्वियोली में सूजन हो जाती है। यही सूजन लक्षणों का कारण बनती है।
सिलिया का प्रभावित होना
माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया सिलिया के कार्य को बाधित करता है। ये छोटी संरचनाएं बलगम को साफ करने में मदद करती हैं, जिससे इंफेक्शन लंबे समय तक रहता है।
आम लक्षण
वॉकिंग निमोनिया में सूखी खांसी, थकान, हल्का बुखार, गले में खराश, सिरदर्द और सीने में दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं।
कब डॉक्टर को दिखाएं?
अगर लक्षण लगातार बने रहें, सांस लेने में दिक्कत हो या बुखार बढ़े तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लक्षणों को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।
स्वच्छता का ध्यान रखें, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें। समय पर जांच और इलाज से स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com