अगर आप सोचते हैं कि तंबाकू और सिगरेट न लेने पर कैंसर नहीं होगा, तो ये भ्रम है। मुंह का कैंसर कई अन्य कारणों से भी हो सकता है, जिनमें कुछ बेहद आम आदतें शामिल हैं।
डॉक्टर के अनुसार
एससीपीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ सुदीप सिंह कहते हैं, ‘माउथ कैंसर की समस्या किसी एक कारण की वजह से नहीं होती है। मुंह में कैंसर की शुरुआत ट्यूमर की वजह से होती है।’
ज्यादा देर धूप में रहना
अल्ट्रावॉयलेट किरणों के कारण न केवल स्किन कैंसर बल्कि होठों और जबड़े की हड्डियों में भी कैंसर हो सकता है। धूप में लंबी देर रहना कोशिकाओं के म्यूटेशन का कारण बन सकता है।
मिलावटी खाने से खतरा
आजकल के मिलावटी मसाले और खाने के तेल शरीर में जहर घोल सकते हैं। इनसे शरीर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व बनते हैं। साथ ही फ्राइड और हाई-फैट फूड भी कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
दांतों की अनदेखी से कैंसर
दांतों की सफाई न करना या लंबे समय तक संक्रमण रहना मुंह के अंदर कैंसर को जन्म दे सकता है। सड़े हुए या टूटे दांतों से जबड़े की हड्डी भी प्रभावित हो सकती है।
मुंह के इंफेक्शन को न करें नजरअंदाज
मुंह में बार-बार छाले या किसी तरह का इंफेक्शन लंबे समय तक बना रहे तो यह भी कैंसर की शुरुआत हो सकती है। समय पर डेंटिस्ट से चेकअप कराना जरूरी है।
एचपीवी वायरस भी है जिम्मेदार
एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) यौन संपर्क या संक्रमित व्यक्ति से फैल सकता है। इसके कुछ हाई-रिस्क प्रकार मुंह और गले के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
अल्कोहल भी है एक बड़ा कारण
अल्कोहल का अधिक सेवन मुंह के कैंसर का खतरा 6 गुना बढ़ा देता है। जो लोग नियमित शराब पीते हैं, उन्हें सावधान हो जाना चाहिए और धीरे-धीरे सेवन कम करना चाहिए।
मुंह का कैंसर भारत में सबसे आम और खतरनाक बीमारियों में से एक है। हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं, जिनमें कई लोग ऐसे होते हैं जो न तंबाकू खाते हैं और न ही शराब पीते हैं। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com