भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, कुछ विशेष प्रकार के कैंसर ज्यादा प्रचलित हैं।
ब्रेस्ट कैंसर
महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम है, जो नए मामलों का लगभग 13.8% है। ब्रेस्ट कैंसर के केस में स्तन के सेल्स में तेजी से ग्रोथ होने लगती है जिसकी वजह से ट्यूमर बनने लगता है।
माउथ कैंसर
पुरुषों में, मुख (मुंह) का कैंसर सबसे अधिक पाया जाता है, जो नए मामलों का लगभग 16% है। माउथ कैंसर मुंह के अंदरूनी हिस्से में होता है जैसे होंठ, जीभ और मसूड़े।
सर्वाइकल कैंसर
गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो नए मामलों का लगभग 9.2% है। यह कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में सेल्स की असामान्य ग्रोथ के कारण होता है।
फेफड़ों का कैंसर
फेफड़ों का कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे आम है, जो नए मामलों का लगभग 8.6% है। फेफड़ों के सेल्स जब असामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं तब फेफड़ों का कैंसर होता है। इस कंडीशन में फेफड़े सही से काम नहीं कर पाते।
ओवरी कैंसर
महिलाओं में अंडाशय (ओवरी) का कैंसर भी प्रमुख है, जो नए मामलों का लगभग 6.5% है। ओवरी कैंसर में योनि से असामान्य रक्तस्राव, पेट में दर्द या सूजन, वजन कम होना जैसी समस्याएं होती हैं।
ईसोफैगस कैंसर
पुरुषों में ग्रासनली (ईसोफैगस) का कैंसर लगभग 6.7% मामलों के साथ तीसरे स्थान पर है। इस कैंसर में व्यक्ति को भोजन के दौरान दर्द या जलन, वजन कम होना, उल्टी या उल्टी जैसा महसूस होना जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।
2022 में कितने नए मामले मिले?
भारत में 2022 में लगभग 14.1 लाख नए कैंसर के मामले सामने आए, जिसमें महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम था।
महिलाओं में कैंसर की वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं में कैंसर का हाई रेट का कारण देर से निदान, सीमित स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच, और सामाजिक-सांस्कृतिक बाधाएं हैं।
इन आंकड़ों के आधार पर, कैंसर की रोकथाम और समय पर जांच के लिए जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com