ज्यादातर लोग सोचते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को होता है। लेकिन पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। यह एक दुर्लभ बीमारी है, लेकिन जरूरी है इसके बारे में जागरूकता। आइए ऑन्काेलॉजिस्ट डॉक्टर विशेष गुमदाल से जानें इसके बारे में।
ब्रेस्ट टिशू और कैंसर
पुरुषों के ब्रेस्ट में भी टिशू होते हैं। जब इन कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि होती है, तब पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। यह महिलाओं की तुलना में कम होता है।
गांठ होना
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के सबसे आम लक्षणों में स्तन में गांठ बनना शामिल है। यह गांठ दर्द रहित हो सकती है और धीरे-धीरे बढ़ सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
सूजन और रेडनेस
स्तन में सूजन, लालिमा या निप्पल से तरल पदार्थ निकलना भी ब्रेस्ट कैंसर के संकेत हो सकते हैं। यदि ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गाइनेकोमास्टिया क्या है?
ब्रेस्ट टिशू बढ़ने से गांठ बनना गाइनेकोमास्टिया कहलाता है। यह कैंसर नहीं होता, लेकिन इससे ब्रेस्ट कैंसर की पहचान में भ्रम हो सकता है।
जेनेटिक फैक्टर
BRCA1 और BRCA2 जैसे जीन पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ाते हैं। यह वंशानुगत उत्परिवर्तन हो सकता है जो परिवार में पाया जाता है।
हार्मोनल कारण
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का कम लेवल और एस्ट्रोजन का ज्यादा लेवल ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। हार्मोन असंतुलन भी इसका कारण बन सकता है।
सर्जरी और थेरेपी
मास्टेक्टॉमी सर्जरी के माध्यम से ब्रेस्ट कैंसर हटाया जाता है। इसके अलावा रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी और हार्मोन ब्लॉकिंग थेरेपी से इलाज संभव है।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल अक्टूबर को Breast Cancer Awareness Month मनाया जाता है। समय पर पहचान और इलाज जीवन बचा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com