आयुर्वेद की 5 हेल्दी आदतें

By Aditya Bharat
08 Apr 2025, 14:30 IST

सुबह 4 से 5:30 के बीच उठना ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है। यह समय मानसिक शांति और तनाव मुक्त जीवन के लिए श्रेष्ठ माना गया है। आइए आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से जानते हैं कुछ हेल्दी आदतें।

ऑयल पुलिंग

रोज सुबह नारियल तेल से कुल्ला करें। इससे बैक्टीरिया खत्म होते हैं, मुंह की बदबू जाती है और पाचन तंत्र बेहतर होता है।

रोज करें अनुलोम-विलोम

योग से शरीर मजबूत होता है, मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और मानसिक शांति मिलती है। शुरुआत अनुलोम-विलोम से करें - दिन में दो बार।

6 रसों वाली डाइट लें

आयुर्वेद कहता है कि हर भोजन में 6 रस - मीठा, खट्टा, नमकीन, तीखा, कड़वा, कसैला - जरूर हों। इससे वात, पित्त और कफ संतुलित रहते हैं।

प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाएं

डिब्बाबंद या फास्ट फूड का सेवन कम करें। इनमें पोषण की कमी होती है और ये शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ाते हैं। प्राकृतिक भोजन अपनाएं।

नींद के लिए आयुर्वेदिक औषधियां

शंखपुष्पी, ब्राम्ही, अश्वगंधा और सर्पगंधा जैसी औषधियां नींद को बेहतर बनाती हैं। लेकिन सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

शिरोधरा और हल्दी से गहरी नींद

शिरोधरा (तेल धार) से मानसिक तनाव कम होता है। हल्दी वाला दूध सोने से पहले लें, इससे नींद बेहतर होती है और प्रतिरक्षा भी मजबूत होती है।

सही दिनचर्या अपनाएं

डेली रूटीन में संतुलन लाने से न केवल आप बीमारियों से बचते हैं, बल्कि बाल, त्वचा और पाचन भी बेहतर रहते हैं। दिन की शुरुआत से बदलाव करें।

प्राकृतिक जीवनशैली, संतुलित भोजन, योग और आयुर्वेदिक आदतें अपनाकर सालों तक स्वस्थ और खुश रहें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com