आयुर्वेदिक चिकित्सा में गिलोय का इस्तेमाल किया जाता है। यह बुखार, संक्रमण और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों का इलाज करता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि महिलाओं के लिए गिलोय कितना फायदेमंद है?
गिलोय क्या है?
गिलोय एक औषधीय गुणों से भरपूर हर्बल पौधा है, जिसका इस्तेमाल लोग कई बीमारियों से निजात पाने के लिए करते हैं। गिलोय का यूज मुख्य रूप से कई वायरस से बचाव के लिए आयुर्वेदिक दवा के रूप में किया जाता है।
महिलाओं के लिए गिलोय
अपने इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुणों के कारण गिलोय मेनोपॉज की समस्या से जूझ रही महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
एंटी एजिंग
गिलोय उम्र से पहले बड़े दिखने की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है। गिलोय ऑक्सीडेटिव तनाव को करता है, क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। गिलोय ब्लड फ्लो को बढ़ा सकता है, जिससे स्किन नेचुरली सॉफ्ट और ग्लोइंग हो जाती है।
पीसीओएस
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम यानी (पीसीओएस) की स्थिति में ओवरीज के अंदर हाई लेवल एण्ड्रोजन बनने लगते हैं। गिलोय पीसीओएस के लक्षणों को रोकने में मदद करता है, इससे बचाव के लिए गिलोय पाउडर को शहद और पानी के साथ मिलाकर पिएं।
एनीमिया
महिलाओं के शरीर में खून की कमी होने की समस्या ज्यादा होती है। इससे कई तरह के रोग होने लगते हैं, जिनमें एनीमिया सबसे प्रमुख है। एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए गिलोय काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर में खून की कमी दूर होती है और इम्युनिटी मजबूत होती है।
कैसे बनाएं काढ़ा?
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए पानी में गिलोय, हल्दी, तुलसी के पत्ते, अदरक और गुड़ को डालें। इन सभी चीजों को धीमी आंच पर कुछ देर के लिए पकाएं और एक कप में छान कर इसका सेवन करें।
गिलोय का काढ़ा सभी उम्र के लोगों के लिए अच्छा होता है। स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com