दर्द एक सामान्य शारीरिक समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकती है। यह मांसपेशियों, जोड़ों, सिर, पीठ, या अन्य किसी हिस्से में हो सकता है। यहां डॉक्टर अंकुर गुप्ता द्वारा कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक तरीके बताए गए हैं जिनसे आप दर्द से राहत पा सकते हैं।
आयुर्वेदिक तेलों से मालिश
आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार के तेलों का उपयोग किया जाता है जैसे- अर्चना तेल, तिल तेल, सरसों तेल और नारियल तेल। इन तेलों में हीटिंग प्रॉपर्टी होती है, जो मांसपेशियों को आराम देती है और रक्त संचार को बढ़ाती है। तेल को हल्का गर्म करके मालिश करें।
अदरक और हल्दी
अदरक और हल्दी दोनों ही प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होते हैं। आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हल्दी और अदरक का पेस्ट मिलाकर पी सकते हैं। इसके नियमित सेवन से मांसपेशियों के दर्द और गठिया जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
अश्वगंधा
अधिकतर लोगों को शरीर में कमजोरी की वजह से दर्द महसूस होता है। ऐसे में अश्वगंधा लाभकारी माना जाता है। अश्वगंधा पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए यह जोड़ों और हड्डियों के दर्द से राहत दिलाता है। शरीर में दर्द होने पर आप अश्वगंधा को कैप्सूल, चूर्ण आदि के रूप में ले सकते हैं।
अशोक का पेड़
अशोक के पेड़ में प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं। यह दर्द निवारक की तरह काम करता है। इतना ही नहीं अशोक के पेड़ की छाल भी दर्द को दूर करने में लाभकारी होता है। अशोक की छाल में एनाल्जेसिक प्रभाव होता है, जो दर्द से राहत दिलाने में सहायक होता है।
आंवला
आंवला शरीर के दर्द को कम करने के लिए बेहद प्रभावी है। यह शरीर के अंदर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और रक्त संचार को सुधारता है। आंवला का सेवन करें, या फिर आंवला पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पीने से भी दर्द में राहत मिल सकती है।
नीम की पत्तियां
नीम की पत्तियां आयुर्वेद में एक प्रभावी औषधि के रूप में जानी जाती हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाने से भी राहत मिल सकती है।
शिलाजीत
दर्द से राहत पाने के लिए शिलाजीत का सेवन करना चाहिए। शिलाजीत शरीर की कमजोरी को दूर करने के साथ मांसपेशियों की मरम्मत करने में मदद करता है। रात को इसका सेवन करने के लिए 1 गिलास दूध में 1 चम्मच शिलाजीत को मिलाकर रोज पीने से दर्द कम होता है।
आयुर्वेद में दर्द से राहत पाने के लिए प्राकृतिक उपायों की एक लंबी सूची है। हालांकि, इन उपायों को अपनाने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, ताकि आपको सही उपचार मिले। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com