बूबल से दांतों की मजबूती अच्छी की जा सकती है, इस बात से अधिकतर लोग वाकिफ होंगे। यह दांतों से जुड़ी तमाम परेशानियों को दूर करने में प्रभावी हो सकता है। क्या आपने कभी बबूल के फूलों का इस्तेमाल दांतों के लिए किया है? जी हां, बबूल के फूलों का इस्तेमाल करने से दांतों की मजबूती को बेहतर किया जा सकता है। दांत ही यहीं, यह शरीर की तमाम परेशानियों को दूर करने में भी प्रभावी होता है। बबूल के फूल में कई तरह के गुण पाए जाते हैं, जो दांतों में दर्द, बदबू, दांतों से खून आने की समस्या को कम कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं बबूल के फूलों के बारे में-
दांतों की समस्याओं के लिए असरदार है बबूल का फूल
रिसर्च के अनुसार, बबूल के फूलों का इस्तेमाल करने से ओरल हेल्थ को बढ़ावा मिलता है। अगर आप दांतों के पीलेपन को दूर करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए काफी प्रभावी हो सकता है। इसके इस्तेमाल से दांतों में होने वाली इन्फेक्शन की समस्या भी दूर होती है। साथ ही यह मसूड़ों से जुड़ी परेशानी को भी कम कर सकता है।
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कैसे करें इस्तेमाल
दांतों का पीलापन दूर करने के लिए बबूल के फूलों या फलियों को जला लें। अब इसके राख को ब्रश की मदद से अपने दांतों पर रगड़ें। इससे दांतों का पीलापन कम होगा। साथ ही यह दांत दर्द से भी आराम मिला सकता है। नियमित रूप से बबूल के राख से दांतों की सफाई करने से आपके दांतों को भी मजबूती मिलती है।
बबूल के फूल के अन्य फायदे - Other benefits of Acacia flower
डायबिटीज से करे बचाव
बबूल के फूलों का इस्तेमाल डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी हो सकता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के जोखिमों को कम कर सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि सप्लीमेंट्स के रूप में बबूल का इस्तेमाल करने से यह फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में असरदार होता है।
IBS के लक्षणों को कर सकता है कम
बबूल फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है। फाइबर के इस्तेमाल से आईबीएस में होने वाली समस्याएं जैसे- कब्ज और दस्त को कम किया जा सकता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, बबूल में फाइबर और बिफीडोबैक्टीरियम लैक्टिस (बी लैक्टिस) समृद्ध रूप से पाया जाता है, जो आईबीएस के लक्षणों कम करने में असरदार हो सकता है।
गट हेल्थ में करे सुधार
बबूल के फूलों में मौजूद फाइबर गट हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के लिए भी काफी हेल्दी होता है। बबूल के फूलों में मौजूद फाइबर आपके पेट के लिए बेहतर प्रोबायोटिक के रूप में कार्य करता है, जो गुड बैक्टीरिया के संतुलन में सुधार कर सकता है।
अन्य समस्याओं के लिए कैसे करें इस्तेमाल बबूल का फूल?
- बबूल के फूलों को सूखाकर इसका चूर्ण तैयार कर लें। अब इस चूर्ण को मिश्री के साथ बराबर मात्रा में पानी के साथ लें। इससे शरीर में पीलिया और पाचन में सुधार मिल सकता है।
- खुजली की परेशानी होने पर बबूल के फूलों को पीसकर सिरके में मिला लें। अब इसे अपने प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे खुजली से आराम मिल सकता है।
- डायबिटीज में बबूल के फूलों का गाढ़ा तैयार करके पिएं। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में प्रभावी हो सकता है। काढ़ा तैयार करने के लिए 1 गिलास पानी लें। इसमें 2 से 3 बबूल के फूलों को डालकर करीब 10 मिनट तक उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे चाय की तरह पिएं।
बबूल के फूलों का इस्तेमाल शरीर की कई परेशानियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आप किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका इस्तेमाल करें।
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