कोरोना वायरस के कारण पिछले लगभग 4 महीनों से स्कूल बंद हैं, लेकिन पढ़ाई बंद नहीं है। कोविड-19 महामारी के खतरों को देखते हुए स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेज (Online Classes) शुरू कर दी हैं, जिससे बच्चे घर पर रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। घर पर रहकर पढ़ाई करना बच्चों के लिए सुरक्षित जरूर है, मगर देखा जा रहा है कि ऑनलाइन क्लासेज न तो बच्चों का पढ़ाई में मन लग रहा है और न ही उन्हें ज्यादा कुछ समझ में आ रहा है। दरअसल छोटे बच्चों की अब तक की पढ़ाई अधिकांश टू-वे कम्यूनिकेशन से होती रही है, यानी बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर और स्टूडेंट्स दोनों को एक्टिव रूप से एक-दूसरे से बात करते रहे हैं। अब ऑनलाइन क्लासेज में बच्चों को पढ़ाई में नई-नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए मां-बाप अगर थोड़ी सी मदद करें, तो बच्चों के लिए पढ़ाई आसान भी हो जाएगी और पढ़ाई में उनका मन भी लगेगा। आइए आपको बताते हैं कि पढ़ाई में बच्चों का मन लगाने के लिए, उन्हें इंटेलिजेंट और स्मार्ट बनाने के लिए आप उनकी किस प्रकार से मदद कर सकते हैं।
पढ़ाई का माहौल तैयार करें
स्कूलों को बनाने की जरूरत इसीलिए पड़ी ताकि बच्चों को पढ़ाई का माहौल मिल सके। ज्यादातर घरों में बच्चों को पढ़ाई का सही माहौल नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण उनके लिए दिन में कई घंटे मोबाइल या लैपटॉप के सामने बैठकर पढ़ाई करना कठिन हो रहा है। पढ़ाई का माहौल बनाने के लिए आपको ज्यादा कुछ मेहनत नहीं करनी है। बस इतना करें कि एक साफ-सुथरी चौड़ी सी टेबल तैयार करें। जिस पर मोबाइल या लैपटॉप रखने का स्पेस हो। साथ ही बच्चों की पढ़ाई से जरूरी सभी सामान जैसे- किताबें, पेन, पेंसिल, नोटबुक आदि वहां सजाकर रखी गई हों। कोशिश करें कि घर में अच्छे फास्ट इंटरनेट की व्यवस्था रखें।
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बच्चों को एक निश्चित रूटीन में ढालें
घर पर पढ़ाई में बच्चों का इसलिए भी मन नहीं लगता कि आप उसे किसी भी समय काम के लिए कह देते हैं या दिनभर उसे खिलाने-पिलाने में परेशान रहते हैं। ध्यान रखें कि बच्चों के लिए स्कूल जैसा ही एक फिक्स टाइम टेबल बनाएं। इसमें सुबह उठने, फ्रेश होने, नहाने, ब्रेकफास्ट करने, पढ़ाई के लिए बैठने, लंच के लिए उठने और फिर सेल्फ स्टडी के लिए समय तय करें। बच्चों को इस रूटीन को फॉलो करने के लिए कहें और इस बीच आप उन्हें न कोई काम दें और न ही बार-बार खाने-पीने के लिए फोर्स करें।
ऑनलाइन वीडियोज की लें मदद
बच्चों को जो टॉपिक या विषय कठिन लगते हैं या जिनके कॉन्सेप्ट उन्हें आसानी से नहीं समझ आते हैं, उन्हें समझाने के लिए ऑनलाइन वीडियोज की मदद लें। खासकर विज्ञान की कठिन बातों को समझने के लिए इंटरनेट पर बहुत बेहतरीन एनिमेटेड वीडियोज मौजूद हैं। बच्चों की कविताएं, गणित के सूत्रों को याद करने के फार्मूले, अंग्रेजी ग्रामर और बहुत सारे विषयों पर आपको ढेर सारे वीडियोज मिल जाएंगे। वीडियोज की मदद से बच्चों को ज्यादा आसानी से समझ आएगा और उनका मन भी पढ़ाई में लगेगा।
आप खुद भी ऑनलाइन सीखकर बच्चों को सिखाएं
बच्चों को सामने से समझाया जाए, तो उनके सारे डाउट्स क्लियर हो जाते हैं और बात भी आसानी से समझ आ जाती है। इसलिए इससे बेहतर कुछ नहीं कि आप खुद इंटरनेट से सीखकर बच्चों को समझाएं। यकीन मानिए भले ही आपको पढ़ाई छोड़े हुए कई साल हो गए हैं, लेकिन इंटरनेट की मदद से आप आसानी से सीख सकते हैं और बच्चों को समझा सकते हैं। अगर बच्चे बड़े हैं और विषय कठिन है, तो आप उन्हें ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स का सब्सक्रिप्शन दिला सकते हैं, जहां बच्चों को ज्यादा फोकस के साथ विषयों को पढ़ाया जाता है।
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रिवाइज करने और प्रैक्टिस पर दें जोर
यह पर्याप्त नहीं है कि बच्चे ने किसी लेसन को ऑनलाइन क्लास में पढ़ लिया और फुर्सत पा लिया। दरअसल बच्चों को विषय को उस विषय या टॉपिक को अगली परीक्षा तक याद करके रखना भी जरूरी है क्योंकि उनकी मेमरी जल्दी डिलीट होती है। इसलिए बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज के बाद भी 2-3 घंटे साथ में बिठाकर पढ़ाएं। इस दौरान उन्हें आज पढ़े हुए टॉपिक की प्रैक्टिस कराएं और पिछले टॉपिक्स को रिवाइज कराएं। इससे बच्चे भूलेंगे नहीं और परीक्षा के दौरान उनपर अचानक बोझ नहीं आएगा।
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