गर्मी आते ही लोग चाहकर भी आइस्क्रीम से दूरी नहीं बना पाते। ऐसे में दांतों में झनझनाहट से परेशान लोग कशमकश में होते हैं, दिल की सुनें या दिमाग की। मन करता है कि आइसक्रीम को खा लिया जाए, लेकिन अगर दांत उसके लिए तैयार ना हों तो? दांतों में झनझानाहट होना लोगों की आम समस्या है, जिसके कारण लोग ज्यादा ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करते हैं, जैसे- आईस्क्रीम, ज्यादा ठंडा पानी या फिर कोल्ड ड्रिकं। सेंसिटिव दांत होना कई बार काफी असुविधाजनक और खराब लगता है। ज्यादातर सेंसिटिव दांतो का कारण कमजोर मसूड़े होते हैं। लोगों के गलत खान-पान के कारण यह समस्या हर पांच में से दो या तीन लोगों में देखने को मिलती है। फास्ट फूड्स और बाहरी खान-पान में किसी न किसी रूप में हाई एसिड होता है, जो दांतो को नुकसान पहुंचाता है। इस तरह के खान-पान के ज्यादा सेवन से दांतों में झनझनाहट की समस्या तेजी से बढ़ रही है। कई बार गलत तरीके से रगड़ कर ब्रश करने से भी यह समस्या होती है। लोग दांतों में सेंसिटिविटी को आम समस्या मानते हैं और इसका इलाज नहीं करवाते, परिणामस्वरूप यह समस्या जस की तस बनी रहती है। तो आइए आपको बताते हैं इस गंभीर समस्या के इलाज के लिए कुछ घरेलू नुस्खे। जिन्हें आप आसानी से इस्तेमाल कर इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
ऑयल पुलिंग (तेल से कुल्ला करना)
ऑयल पुलिंग एक आयुर्वेदिक तरीका है। इस तरीके का इस्तेमाल करने के लिए आप तिल और नारियल के तेल का उपयोग कर सकते हैं। आपको कुल्ला करने या थूकने से पहले अपने दांतों व मंसूड़ों में चारों ओर तेल लगाना है और तेल का कुल्ला करना है। ऐसा करने से आपको दांतो की सेंसिटिविटी से राहत मिलेगी। एक्सपर्टों के अनुसार तिल का तेल मसूड़ों से संबंधित समस्याओं को कम करता है, जबकि एक अध्ययन के अनुसार, नारियल के तेल से कुल्ला दांतों में प्लाक (दांतों में गंदगी या मैल) जमने से रोकता है। जिससे की दांतों में सेंसिटिविटी नहीं होती, क्योंकि प्लाक सेंसिटिव दांतों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है।
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अमरूद के पत्ते
सेंसिटिव दांतो के लिए आप दो या तीन अमरूद की पत्तियां लें ओर उसे चबांए। अमरूद की पत्तियों से दांतो की सेंसिटिविटी व दर्द को कम किया जा सकता है। एक्सपर्टों की मानें, तो अमरूद में दर्द निवारक व दो-तीन अमरूद की पत्तियां चबाने से दांतों की संवेदनशीलता और दर्द दोनों कम हो सकते हैं। 2017 के एक अध्ययन के अनुसार, अमरूद में दर्द निवारक, एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटी माइक्रोबियल यानि भड़काऊ और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। अमरुद फ्लेवोनोइड से भरपूर है, जो आपको दांतों की सेंसिटिविटी व दर्द से निजात दिलाने में मदद करता है।
लहसुन
लहसुन में मैगनीज और विटामिन-बी 6, विटामिन- सी और कॉपर का अच्छा स्त्रोत है। लहसुन की दो-तीन कलियां चबाने से एलिसिन नामक यौगिक उत्पन्न होता है। इस यौगिक मे रोगाणुरोधी (एंटी माइक्रोबियल) गुण मौजूद होते हैं, जो कि बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। बैक्टीरिया से दांतों में स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स होता है। स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेन से दांतों में कीड़ा लगना व दांतों का खराब होना शुरू होता है। जो कि आपके दांतों में सेंसिटिविटी व दर्द को और अधिक बढ़ाता है।
नमक पानी का कुल्ला
खारे या नमक वाले पानी से कुल्ला करने से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है, और यह मुंह को साफ रखने में भी मदद करता है। एक्सपर्ट के अनुसार नमक पानी मुंह को साफ रखने के लिए एक अच्छा तरीका है, यह मुंह से प्लाक (दांतों में गंदगी या मैल) का सफाई करने में मदद करता है। इसके लिए आपको एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालना है और फिर इस पानी को कुछ देर मुंह मे चारों ओर रखकर कुल्ला करना है।
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हल्दी
हल्दी घर की रसोई में पाया जाने वाला मसाला है, जिसके उपयोग के बिना खाने को न तो स्वाद मिलता है और न ही बेहतर रंग। हल्दी में कई स्वास्थ्य लाभ छिपे हैं। औषधीय रूप से गुणकारी हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो दांतो के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। आप हल्दी को पानी के साथ मिलाकर गाड़ा पेस्ट बनाएं और इस पेस्ट को टूथब्रश की मदद से अपने दांतो व मसूड़ो पर अच्छे तरीके से लगाएं। कुछ देर रहने देने के बाद आप कुल्ला कर लें। ऐसा करने से आपको दर्द और सेंसिटिविटी को कम करने में मदद मिलेगी।
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