हम जानते हैं कि डाइट और फिटनेस का चलन इस वक्त जोरों पर हैं क्योंकि हर कोई बीमारियों से बचने के लिए फिट रहना चाहता है। हालांकि इस विचार से खुद को सुरक्षित रख पाना बेहद मुश्किल हैं क्योंकि जब बात फिटनेस और खुद को फिट रखने की आती है तो कई चीजें हमारे दिमाग में घुमना शुरू कर देती हैं, जिसके कारण हम सोचने पर मजबूर हो जाते हैं और बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
फिट रहने की बात जब आती है तो हमारे दिमाग में प्रोटीन शेक और कई प्रकार के हेल्थ सप्लीमेंट हिलोरे मारने लगते हैं। उसके ऊपर बॉडी बनाने की सनक हमें प्रोटीन लेने के लिए मजबूर कर ही देती है। हालांकि बिना प्रोटीन के भी बॉडी बनाई जा सकती है लेकिन उसके लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत पड़ती है। इस प्रकार के कुछ फिटनेस मिथ भी हैं, जो आपके दिमाग को अपने काबू में कर लेते हैं और आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। हम आपको ऐसे ही पांच मिथ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी सच्चाई जानने की जरूरत है।
मिथः बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन शेक की जरूरत
बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन शेक ही एकमात्र विकल्प है। इसे खाने के प्रतिस्थापन और बॉडी बनाने के रूप में पेश किया जाता है। जबकि ऐसा नहीं है। अगर आपको खाने से पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल रहा है तो आपको प्रोटीन शेक की कोई जरूरत नहीं है। इसके अलावा अगर आपको प्रोटीन शेक का प्रयोग करना ही है तो ध्यान रखें कि जिस प्रोटीन को आप लें रहे हैं उसमें एडड शुगर हो सकती है, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह है।
ऐसे कई फूड हैं, जो आपकी बॉडी बनाने में मदद कर सकते हैं जैसे दही, चिकन, मछली, अंडे और टोफू। प्रोटीन देने के अलावा ये फूड आपको विटामिन और मिनरल भी प्रदान करते हैं, जो आपके मेटाबॉल्जिम और सेल ग्रोथ में वृद्धि करते हैं।
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मिथः एब वर्कआउट करने से मिलेंगे एब्स
अगर आपका पेट बाहर है तो रोजाना 100 क्रंच करने से आपको तेजी से एब्स बनाने में मदद मिलेगी। जबकि ऐसा नहीं है एब्स पोषक तत्वों के जरिए बनाए जाते हैं। आप दुनिया भर की एक्सरसाइज करिए लेकिन जब तक आप सही डाइट नहीं खाएंगे तो भगवान भी आपको एब्स बनाने में मदद नहीं कर सकता । आपको एब्स के लिए बॉडी फैट घटाना होगा। ऐसा करने के लिए आपको सही डाइट और कार्डियो एक्सरसाइज दोनों की जरूरत होगी। संक्षेप में कहें तो क्रंच आपको एब्स नहीं दे सकते।
मिथः कार्डियो के जरिए ही घट सकता है वजन
जी हां, ये बात सच है कि कार्डियो आपको कुछ हद तक वजन घटाने में मदद कर सकता है, लेकिन ऐसा करने का यह एकमात्र तरीका नहीं है। वास्तव में अगर आप केवल अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको कार्डियो करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। वजन घटाना आपके द्वारा उपभोग की जाने वाली कैलोरी पर निर्भर करता है। चूंकि कार्डियो फैट को बर्न करने में मदद कर सकता है लेकिन सुनिश्चित करें कि आप इसे अधिक न करें। हमें फैट को बर्न करने के लिए मांसपेशियों की आवश्यकता है, इसलिए आपको कार्डियो के तरीकों को बदलने की जरूरत है और अपने वर्कआउट में कुछ अलग ट्रेनिंग की जरूरत है।
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मिथः स्क्वाट (squats) सबसे अच्छी बट-बिल्डिंग एक्सरसाइज
जी हां, स्क्वाट आपके हिप्स की मांसपेशियों को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं लेकिन इस हिस्से को ध्यान में रखकर की जाने वाली अन्य एक्सरसाइज इस एक्सरसाइज से कही बेहतर है। विशेषज्ञों के मुताबिक, वॉकिंग लंग्स और फाइर हाइड्रेंट जैसी एक्सरसाइज आपके हिप्स को स्क्वाट के मुकाबले बेहतर आकार दे सकते हैं। इसके साथ ही ये एक्सरसाइज स्क्वाट से कम खतरनाक भी हैं।
मिथः आप फैट को मसल्स में तब्दील कर सकते हैं
फैट और मस्लस दोनों अलग-अलग चीजें हैं और आप चमत्कारी ढंग से इन्हें आपस में नहीं बदल सकते। हालांकि भार उठाने से आपको एक समय पर ही फैट लूस करने और मसल्स बनाने में मदद कर सकते हैं। भार उठाने से मसल्स बढ़ती हैं, जो आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है, जिसके कारण आपके शरीर से फैट निकलता रहता है। मेटाबॉलिज्म बढ़ने, कार्डियो वर्कआउट करने और एक स्वस्थ डाइट आपको फैट घटाने में मदद कर सकती हैं।
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