पीसीओडी (PCOD) आजकल महिलाओं और लड़कियों में बड़ी समस्या के रूप में उभर रहा है। ये एक ऐसी बीमारी है, जो हार्मोन्स के असंतुलन के कारण होती है। इस बीमारी के होने पर महिलाओं के अंडाशय के बाहरी किनारों पर छोटी-छोटी गांठें (सिस्ट) हो जाती हैं। इसके कारण पीरियड्स का चक्र बिगड़ जाता है और कई अन्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं। PCOD यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (Polycystic Ovary Disease) को पीसीओएस (PCOS) यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic Ovary Syndrome) भी कहते हैं।
पीसीओडी के कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्स के अलावा, मुंहासों, बाल झड़ने, वजन बढ़ने, इंसुलिन रेजिस्टेंस और शरीर में अतिरिक्त बालों की समस्या हो जाती है। इसके अलावा पीसीओडी महिलाओं में इंफर्टिलिटी को भी बढ़ाता है। आमतौर पर ये रोग उन लड़कियों और महिलाओं को ज्यादा होता है, जो दिनभर बैठी रहती हैं, कम शारीरिक मेहनत करती हैं और जिनका खानपान गलत होता है। कुछ ऐसे सुपरफूड्स हैं, जो पीसीओडी के लक्षणों को कम कर सकते हैं और पीसीओडी से लड़ने में आपकी मदद करते हैं। इन सुपरफूड्स का सेवन सभी को करना चाहिए।
दालचीनी
दालचीनी का इस्तेमाल हम खाने का स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए करते हैं। दालचीनी के औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व है। दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है इसलिए शरीर की तमाम समस्याओं और रोगों में ये फायदेमंद होती है। PCOD में अगर महिलाएं दालचीनी का सेवन करती हैं, तो इससे उनके शरीर में होने वाला इंसुलिन रेजिस्टेस कम होता है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। इसके अलावा ये बढ़े हुए वजन को घटाने में भी मददगारा होता है।
इसे भी पढ़ें:- ओवरियन सिस्ट के इन 6 संकेतों को नजरअंदाज न करें महिलाएं, सामान्य लगते हैं लक्षण
टॉप स्टोरीज़
हल्दी
भारतीय मसालों में हल्दी को सबसे ज्यादा गुणकारी और फायदेमंद माना जाता है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। अगर आपको PCOD है, तो आपको हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए। हल्दी में कर्क्युमिन नामक तत्व होता है, जो शरीर के फंक्शन्स को बेहतर बनाता है और सूजन को कम करता है। रोजाना की डाइट में हल्दी का सेवन करने से अंडाशय के सिस्ट का आकार धीरे-धीरे घटता है। इसके अलावा हल्दी दर्द को भी कम करती है।
जिंक वाले फूड्स
जिंक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जाना जाता है। जिंक वाले फूड्स के सेवन से बाल स्वस्थ रहते हैं और शरीर से खून कम बहता है। ऐसे ढेर सारे फूड्स हैं, जिनमें जिंक की मात्रा अच्छी होती है। जैसे- मूंगफली, मशरूम, बीन्स, लहसुन, अंडा आदि में जिंक अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
हेल्दी फैट्स ज्यादा कार्ब्स कम खाएं
पीसीओडी में आपको हेल्दी फैट्स जैसे ओमेगा 3 फैटी एसिड आदि का सेवन ज्यादा करना चाहिए। अपनी डाइट में ऑयली मछलियां, एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, बीज और बिना नमक वाले नट्स को शामिल करें। इसके अलावा आपको ध्यान रखना चाहिए कि आपको कार्ब्स का सेवन कम करना है। दरअसल पीसीओडी में इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या हो जाती है। ऐसे में अगर आप ज्यादा कार्ब्स लेते हैं, तो ये कार्ब्स ग्लूकोज में बदलकर आपका ब्लड शुगर बढ़ा देते हैं।
इसे भी पढ़ें:- पीसीओएस की वजह से महिलाएं खो सकती हैं मां बनने की क्षमता, जानिये इसके लक्षण
विटामिन डी और कैल्शियम
पीसीओडी की शिकार ज्यादातर महिलाओं में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होती है। खास बात ये है कि कैल्शियम और विटामिन डी एक दूसरे के पूरक हैं। यानी शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। इसलिए आपको विटामिन डी वाले आहारों का सेवन करना चाहिए और प्राकृतिक स्रोतों से भरपूर विटामिन डी लेना चाहिए। कैल्शियम वाले आहार जैसे- डेयरी प्रोडक्ट्स, दाल, नट्स, फल आदि का सेवन करें।
Read more articles on Healthy Diet in Hindi