
जहां एक ओर शिक्षक की जरा सी तारीफ से बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ने लगता है, वहीं दूसरी ओर पैरेंट्स का प्रोत्साहन उसे बेहतर भविष्य की ओर बढऩे को प्रेरित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा तारीफ पाने से बच्चे में कई प
खुद की तारीफ सुनना भला किसे अच्छी नहीं लगती है। प्रशंसा या तारीफ किसी के भी कार्य का सम्मान और पुरस्कार होती है, और बच्चे की तारीफ उसका मनोबल बढ़ाने के लिए आवश्यक होती है। तारीफ से उसे बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। शिक्षक की जरा सी तारीफ करने से बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ जाता है तो पैरेंट्स का प्रोत्साहन उसे बेहतर भविष्य की ओर बढऩे को प्रेरित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा तारीफ पाने से बच्चे में कई प्रकार की कमियां आने लगती है। यह बात ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन से भी पता चली है।
माता-पिता द्वारा की जाने वाली अधिक तारीफ के कारण बच्चे अपने आपको दूसरों से खास समझने लगते हैं। इससे बच्चों में दबंगई और आक्रामकता बढती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों को सच्चाइयों से अवगत कराते रहना आवश्यक है। अपने बच्चे की तारीफ करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन तारीफ करते समय कुछ बातों को भी ध्यान में रखें। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जानें कि आखिर क्यों नहीं करनी चाहिए बच्चों की जरूरत से ज्यादा तारीफ।
ज्यादा तारीफ का बच्चों का असर
- ज्यादा तारीफ से बच्चों की खुशी कम होने लगती है। ये बात आपको अटपटी लग रहीं होगी, लेकिन यह सही है। बच्चे को कभी-कभी तारीफ करने से उनकी खुशी बनी रहती है। लेकिन हर बात पर तारीफ मिलने से वह तारीफ के आदी हो जाते हैं और वास्तविक तारीफ मिलने पर भी सामान्य ही बने रहते हैं।
- बच्चे की बार-बार तारीफ करने से वह आपके ऊपर निर्भर हो जाते है। इससे वह हर बार आपकी जरूरत महसूस करते है और आपके बिना किसी भी काम को आसानी से नहीं कर पाते हैं।
- ज्यादा तारीफ से बच्चे की उपलब्धियों में भी कमी आने लगती है। हाल ही में हुए एक सर्वे से यह बात सामने आई है कि बच्चे की ज्यादा तरीफ करने पर उसकी उपलब्धियों में कमी आने लगती है, क्योंकि वह दबाव के कारण सोच में पड़ने लगता है कि अच्छा प्रदर्शन कर भी पायेगा या नहीं।
- ज्यादा तारीफ से बच्चे की रूचि में कमी आने लगती है, क्योंकि बार-बार की जाने वाली तारीफ से उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ता।
- बच्चा हमेशा आपकी तारीफ के बाद ही कोई काम करें। बच्चे की ऐसी आदत न बनायें। क्योंकि ऐसा हर बार करने से बच्चे की निर्भरता आपकी तारीफ पर हो जाती है और वह कभी भी आपकी तारीफ के बिना कोई काम नहीं कर पाता।
- बहुत ज्यादा तारीफ से बच्चा ओवर कॉंफिडेंट होने लगता है।
इस तरह से हम कह सकते हैं कि सराहना के चंद लफ्ज बच्चों को खुशगवार बना सकते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा प्रशंसा भी आपके नन्हें-मुन्ने के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
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