भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा क्‍यों खा लेते हैं कुछ लोग, जानें

कुछ लोग भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा खा लेते हैं। क्‍या आपके या आपके बच्‍चे के साथ भी ऐसा ही कुछ होता है? अगर हां तो आइए जानने कि क्‍यों कुछ लोग दूसरों के मुकाबले ज्‍यादा खाते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा क्‍यों खा लेते हैं कुछ लोग, जानें


भूख लगना अच्‍छी बात है, और यह अच्‍छी सेहत की तरफ इशारा करती है।
लेकिन तब क्‍या जब भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा खा लिया जायें।
 
मेरी सहेली इस बात से बहुत परेशान रहती है कि उसकी 10 साल की बेटी को पता हीं नहीं चलता कि उसे कितना खाना है। भूख लगने पर वह जरूरत से ज्‍यादा खा लेती है। उसे इस बात का अहसास तब होता है, जब उसके पेट में दर्द होने लगता है। क्‍या आपके या आपके बच्‍चे के साथ भी ऐसा ही कुछ होता है अगर हां, तो आइए जानने कि क्‍यों कुछ लोग भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा खा लेते हैं।

जी हां भूख लगने पर जरूरत से ज्‍यादा खा लेना सेहत के लिहाज से अच्‍छा नहीं होता। इसलिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर कुछ लोग जरूरत से ज्‍यादा क्‍यों खा लेते हैं। इस बारे में शोधकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने इस बात का पता लगा लिया है कि क्यों कुछ लोग ज्यादा खाना खाते हैं, आइए जानें।

overeating in hindi

इसे भी पढ़ें : ज्यादा खाने या ओवर ईटिंग की आदत को कैसे रोकें

ज्‍यादा खाना खाने के कारण

वैज्ञानिकों ने पहली बार इस बात पर रोशनी डालने की कोशिश की है कि कुछ लोग ज्यादा क्यों खाते हैं? दरअसल, पेट भर खाने के थोड़ी देर बाद ही दोबारा भूख लगने के पीछे एक हार्मोन जिम्मेदार होता है।


शोध के अनुसार

साइंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार भोजन जैसे ही आंत में पहुंचता है, पीवाईवाई उत्सर्जित होता है। फिर यह दिमाग को भूख शांत हो जाने की सूचना भेजता है। शोध के दौरान आठ लोगों के शरीर में पीवाईवाई हार्मोन इंजेक्ट किया गया और एमआरआई स्कैनर से दिमाग के विभिन्न हिस्सों पर पड़ने वाले इसके असर की जांच की गई।
 
शोध टीम के प्रमुख राशेल बैटरहम ने बताया कि परिणाम चौंकाने वाले थे। 14 घंटे बाद जब इन्हें भोजन दिया गया तो हमने पाया कि जिन लोगों में पीवाईवाई का स्तर ज्यादा था उन्होंने अपनी सामान्य डाइट के मुकाबले कम खाया। अब वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पीवाईवाई हार्मोन एनोरेक्सिस (कम खाने की मानसिक बीमारी) में किस तरह काम करता है। माना जाता है कि एनोरेक्सिस से पीडि़त लोगों में इस हार्मोन का स्तर काफी बढ़ जाता है। कई अन्‍य कारणों से भी कुछ लोगों को ज्‍यादा खाते हैं


इसे भी पढ़ें : बच्चों की उम्र के हिसाब से कितना खाना ज़रूरी

अन्‍य कारण

  • शरीर को संपूर्ण आहार की जरूरत होती है। शरीर को अन्‍य पौष्टिक तत्‍वों की तरह एक पर्याप्त मात्रा में कैलोरी की जरूरत होती है। अगर आप कम कैलोरी आहार का सेवन करेंगे तो शरीर में उसकी कमी बरकरार रहेगी, जिस कारण आपको हमेशा भूख लगती रहेगी।
  • प्रोटीन और फाइबर वाले आहार से पेट से ऐसे हार्मोंस निकलते है जो भूख को शांत कर देते है। भोजन में प्रोटीन और फाइबर की कमी के कारण भी कई लोग एक समय में ज्‍यादा खा लेते हैं।
  • जल्दबाजी में खाना खाना, खाने का बहुत ही गलत तरीका है। इससे आपके नर्वस सिस्टम को ब्रेन तक यह संदेश पहुंचाने का मौका ही नहीं मिलता कि खाने का काम पूरा हो चुका है। इसलिए जल्दबाजी में ज्यादा खा लेने के बाद भी पेट भरने का एहसास नहीं होता। और आप बहुत ज्‍यादा खाने लगते हैं।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
 
Image Source : Shutterstock.com  

Read More Articles on Diet-Nutrition in Hindi

Read Next

कलरफुल फूड है कैंसर का कारण! जानें क्‍यों

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version