
सुबह की नींद और व्यायाम के बीच में अगर चुनाव करने के लिए कहा जाये तो लोग नींद का चुनाव करना पसंद करेंगे। क्योंकि आजकल की दिनचर्या तकनीक और करियर बनाने में इतनी उलझ गई है कि उनकी सुबह 8 बजे के बाद ही होती है। लेकिन आज इस लेख में हम नींद और व्यायाम दोनों की गुणवत्ता के बारे में बता रहे हैं और यह भी बतायेंगे कि नींद या व्यायाम में किसे चुना जाये। क्या सुबह की नींद त्यागकर व्यायाम करना अधिक जरूरी है या फिर शाम को भी व्यायाम करने का उतना ही फायदा है, इन मुद्दों पर भी इस लेख में चर्चा करेंगे।
जरूरी है नींद
सेहतमंद रहने के लिए अच्छी और सुकूनभरी नींद की जरूरत होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें तो युवाओं को नियमित रूप से 7 से 9 घंटे की नींद की जरूरत होती है। इसके अलावा दूसरे शोधों में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि नींद शरीर की दूसरी क्रियाओं से भी संबंध रखती है। जो लोग भरपूर और समय पर नींद लेते हैं, उनको भूख समय पर लगती है, तनाव नहीं होता, दिमाग अधिक सक्रिय रहता है, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा इसके कई फायदे होते हैं।
- भरपूर नींद लेने से दिल की बीमारियां नहीं होती हैं और दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम रहती है।
- ग्रोथ हार्मोन या एंटी एजिंग हार्मोन भी नींद के दौरान ही काम करते हैं। नींद पूरी नहीं होने पर आंखों के नीचे कालापन और बालों के झड़ने जैसी समस्याएं आने लगती हैं।
- शरीर में कोशिकाओं के जेनरेशन, लीवर की सफाई, ब्लूड शुगर को सामान्य रखने और मांसपेशियों के विकास के लिए भी गहरी नींद बहुत जरूरी है।
- अधूरी नींद के कारण अनेक मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं दूसरी तरफ ज्यादा देर तक सोने से सीने में कफ और आलस्य की समस्या आम बात हो जाती है।
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सुबह व्यायाम भी जरूरी है
नियमित व्यायाम और नींद का सीधा संबंध है, अगर आप रोज सुबह उठक 30 से 50 मिनट व्यायाम करते हैं तो रात को अच्छी नींद आयेगी, साथ ही आपका शरीर फिट और निरोग रहेगा। हालांकि कुछ लोग शाम में व्यायाम करना पसंद करते हैं, हालांकि यह भी ठीक है। लेकिन व्यायाम और सोने के समय में कम-से-कम तीन घंटे का फासला होना जरूरी है। चूंकि व्यायाम करने से रक्त का बहाव तेज हो जाता है, और आपका शरीर अधिक एक्टिव रहता है ऐसे में सुबह ही व्यायाम करना सही रहता है।
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रोज व्यायाम करने से दिमाग तेज रहता है और मूड स्विंग नहीं होता है। व्यायाम से नई तंत्रिका कोशिकाओं का निर्माण होता है जिससे अल्जाइमर्स और पार्किंसंस जैसी दीमागी बीमारियां भी नहीं होती हैं। रक्त संचार सुचारु रहने के कारण दिल की बीमारियां और दिल के दौरे की संभावना कम हो जाता है। वजन नहीं बढ़ता, जिससे मोटापे से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। डायबिटीज का खतरा भी नियमित व्यायाम करने से कम होता है। यह कैंसर जैसी बीमारियों के होने का भी खतरा कम करता है।
ऐसे में क्या करें
अगर आप सोच रहे हैं कि दोनों के फायदे बराबर हैं ऐसे में वर्कआउट करने से अच्छा है कि भरपूर नींद लिया जाये या फिर ये सोच रहे हैं कि नींद में कटौती करके व्यायाम से खुद को फिट रखा जाये और देर रात तक काम किया जाये, तो आप गलत सोच रहे हैं। नींद और व्यायाम के बीच तालमेल बनाना बहुत जरूरी है। इसलिए जल्दी सोने और जल्दी उठकर व्यायाम करना ही बेहतर विकल्प है।
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