सामान्यतया एलर्जी किसी से भी हो सकती है, पराग कण, धूल के कण, फफूंद, जानवरों की रूसी, कीटों के डंक, रबर, दवाईयों और खाद्य-पदार्थों के कारण। खाद्य-पदार्थों से जब एलर्जी की शिकायत होती है तो इसे फूड एलर्जी कहते हैं।
वैसे तो फूड एलर्जी की समस्या बच्चों में ज्यादा होती है लेकिन यह किसी भी उम्र में और किसी को भी हो सकती है। इस समस्या के शिकार 40 साल से कम उम्र के लोगों होते हैं।
खानपान में अनियमितता की वजह से होने वाली पश्चिमी देशों की यह बीमारी एशिया और अफ्रीकी देशों में अधिक फैल रही है। एक अनुमान के अनुसार भारत में करीब 3 प्रतिशत वयस्क और 6 से 8 प्रतिशत बच्चे फूड एलर्जी के शिकार हैं। वयस्कों में अधिकतर लोगों की उम्र 40 साल से कम है। एक अनुमान के मुताबिक देश में प्रतिवर्ष करीब 100-200 लोगों की मौत फूड एलर्जी के कारण होती है।
जब व्यक्ति की शरीर खाने के प्रति ज्यादा क्रियाशील हो तो उससे फूड एलर्जी की समस्या पैदा हो सकती है, यहां तक कि प्रोटीन युक्त खाना भी कभी-कभी शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हमारे बॉडी के पाचनतंत्र में इम्यून सिस्टम होता है, जिसे इम्यूनोग्लोबिन 'ई' कहते हैं। यह शरीर में एलर्जी उत्पन्न करने वाले कारकों से लड़ता है।
क्या है फूड एलर्जी
हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता हानिकारक पदार्थों जैसे बैक्टीरिया, वायरस और विषाक्त पदार्थों के प्रति प्रतिक्रिया करती है। कुछ लोगों में इम्यून सिस्टम उन पदार्थों के प्रति भी प्रतिक्रिया करती है जो नुकसानदेह नहीं होते हैं। एलर्जिक प्रतिक्रिया के समय रोग-प्रतिरोधक क्षमता लिम्फोसाइट को अधिक सक्रिय करती है, जिसे टी-सेल और बी-सेल कहते हैं।
टी सेल और बी सेल वास्तव में एंटीबॉडी बनाते हैं। यह बाहरी तत्व यानी एलर्जन को नष्ट करते हैं। लेकिन जिसे फूड एलर्जी होती है, उन लोगों में शरीर किसी विशेष पदार्थ के प्रति एंटीबॉडीज इम्यूनोग्लोब्युलिन 'ई' और एक रसायन हिस्टामिन बनाता है। जिस टीसूज में इनका उत्सर्जन होता हैं, वहां यह फूड एलर्जी के प्रति विशेष लक्षण दिखाते हैं।
फूड एलर्जी के कारण शरीर दो प्रकार से प्रतिक्रिया करता है - फूड एलर्जी और अपच। कई आहार ऐसे हैं जिनको हमारा शरीर स्वीकार नहीं करता। जैसे कुछ लोग यदि दूध पी लें तो उन्हें अपच या डायरिया की समस्या हो सकती है। फूड एलर्जी बहुत ही गंभीर समस्या है और यह जानलेवा भी हो सकता है।
एलर्जी पैदा करने वाले आहार
- गाय का दूध या अन्य डेयरी उत्पाद
- गेहूं और दूसरे अन्य अनाज जिसमें ग्लूटेन हो
- मूंगफली के दानों के कारण
- मक्का या उसके प्रयोग से बने अन्य उत्पाद
- अंडा खाने से हो सकता है
- सोयाबीन के कारण हो सकता है
- सूखे मेवे से भी हो सकता है
- मछली खाने के कारण भी फूड एलर्जी हो सकती है
एलर्जन खाने में मौजूद वो तत्व हैं जो एलर्जिक प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। ग्लूटेन युक्त आहार खाने से एलर्जी होती है। कई लोगों को बैंगन, खीरा, भिंडी और पपीता से भी एलर्जी हो सकती है। एलर्जी होने पर चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
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