
परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट से आप बार-बार मेकअप करने के झंझट से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
बार-बार मेकअप करना आपके लिए झंझट का काम है, तो परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट आपके लिए बहुत ही बेहतरीन साबित हो सकता है। यह एक तरह से कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट है, जिससे बार-बार मेकअप के झंझट से आपको छुटाकारा मिलता है। परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट में कॉस्मेटिक टैटूइंग की जाती है। इसे माइक्रोपिग्मेंट इम्प्लांटेशन, माइक्रोपिग्मेंटेशन या डर्माग्राफिक्स भी कहते हैैं। इस प्रक्रिया में कॉस्मेटिक इम्पालांटेशन टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें कलर पिग्मेंट को स्किन के ऊपरी रेटिकुलर लेयर में डाला जाता है। भारत में परमानेंट ट्रीटमेंट का चलन बहुत ही कम है। यहां बहुत ही कम कॉस्मेटिक मेकअप सेंटर में परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट किया जाता है। इस ट्रीटमेंट के लिए आपको मेकअप सेंटर से कुछ दिन पहले ही अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत होती है। कॉस्मेटिक इम्प्लांटेशन टेक्निक की प्रक्रिया में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है।
किन हिस्सों में किया जाता है परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंक
- आईलाइनर
- चोट के निशान को छुपाने के लिए
- आईब्रो
- लिपलाइनर
- लिप कलर
- पलकों को बड़ा और ब्रॉड करने के लिए
- ब्यूटी मार्क्स (जैसे- तिल और मसा)
- बाल कम होने पर हेयर इमिटेशन कराना
किन्हें होती है परमानेंट कॉस्मेटिक प्रोसीजर की जरूरत
परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट आप अपनी च्वॉइस से ले सकते हैं। लेकिन कुछ मामलों में लोगों को परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट लेने की जरूरत हो सकती है। जैसे-
- जिन लोगों के चेहरे पर किसी दुर्घटना के कारण कोई निशान हो गए हों, तो ऐसे लोग अपने चेहरे का निशान छुपाने के लिए परमामेंट कॉस्मेटिक प्रोसीजर का सहारा से सकते हैं।
- विटिलिगो यानी की सफेद दाग होने पर आप परमानेंट कॉस्मेटिक प्रक्रिया का सहारा ले सकते हैं।
- अगर बार-बार मेकअप नहीं कर सकते हैं, तब भी आप इस प्रक्रिया से गुजर सकते हैं।
- आर्थराइटिस, पार्किंसंस डिजीज, स्ट्रोक के मरीज, मल्टिपल स्क्लेरोसिस और अधिक व्यस्त व्यक्ति परमानेंट मेकअप का सहारा लेकर खुद को सुंदर दिखा सकते हैं।

परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट के फायदे
- हमेशा खूबसूरती बरकरार रहती है।
- अगर आप परमानेंट मेकअप ट्रीमटेंट कराते हैं, तो बाहर जाने से पहले आपको बार-बार मेकअप की जरूरत नहीं पड़ती है।
- बार-बार मेकअप टचअप से आपको छुटकारा मिल सकता है।
- पसीना होने पर मेकअप फैलने का डर नहीं रहता है।
- बारिश में या फिर नहाते समय मेकअप हटने का डर नहीं रहता है।
परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट के नुकसान?
- एलर्जिक रिएक्शन
- इंफेक्शन
- सेमी परमानेंट
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इसके अलावा कुछ लोगों को परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट करना से यह निम्न परेशानी भी हो सकती है।
- ब्लीडिंग होना।
- स्किन पर लाल धब्बे और चकत्ते होना।
- पलकों के आसपास सूजन होना।
- चेहरे पर सूजन आना।
- स्किन का रंग पहले से अधिक डार्क होना।
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